Yoga Day 2025: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली के पूसा कैंपस में आयोजित योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया और योग किया। इस खास मौके पर कृषि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों और लखपति दीदी ने भी दिल्ली के पूसा कैंपस में योग सत्र में भाग लिया। यह आयोजन न सिर्फ योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक शानदार मंच था, बल्कि यह भी दिखाता है कि योग अब हर वर्ग और क्षेत्र में अपनी जगह बना चुका है। शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर योग की तारीफ करते हुए इसे जीवन का अभिन्न हिस्सा बताया। आइए, इस आयोजन और शिवराज के विचारों को विस्तार से जानते हैं।
इस अवसर पर शिवराज सिंह चौहान ने देशवासियों और पूरे विश्व को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “मैं महर्षि पतंजलि सहित सभी योग गुरुओं को नमन करता हूं, जिन्होंने योग की कला और विज्ञान को दुनिया तक पहुंचाया।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशेष रूप से धन्यवाद दिया, जिनके प्रयासों से योग आज विश्व स्तर पर पहचान बना चुका है। शिवराज ने कहा कि पीएम मोदी की वजह से ही योग अब एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, और दुनिया के हर कोने में लोग इसे अपनाकर स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहे हैं। यह बयान योग को बढ़ावा देने में भारत की अग्रणी भूमिका को रेखांकित करता है।
#WATCH | Delhi: Union Minister Shivraj Singh Chouhan says, "I had a terrible accident. I used to lie on the hospital bed and wonder if I would be able to walk like other people. Yoga has made me so capable that today I can walk, move around, work and it doesn't feel like my body… https://t.co/KUKURlJr5G pic.twitter.com/MrDRPEoikh
— ANI (@ANI) June 21, 2025
योग ने शिवराज को बनाया स्वस्थ
शिवराज सिंह चौहान ने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि योग ने उनकी जिंदगी में कितना बड़ा बदलाव लाया। उन्होंने कहा, “मेरा एक भयानक एक्सीडेंट हुआ था। मैं अस्पताल के बिस्तर पर लेटा था और सोचता था कि क्या मैं फिर कभी दूसरों की तरह चल-फिर सकूंगा। लेकिन योग ने मुझे इतना सक्षम बनाया कि आज मैं न सिर्फ चल-फिर सकता हूं, बल्कि काम कर सकता हूं, घूम सकता हूं। मुझे बिल्कुल नहीं लगता कि मेरे शरीर में कोई चोट थी।” यह अनुभव सुनकर हर कोई प्रेरित हो सकता है, क्योंकि यह दिखाता है कि योग कितनी गंभीर शारीरिक समस्याओं को भी ठीक करने में मदद कर सकता है। शिवराज का यह बयान योग की ताकत और इसके चमत्कारिक प्रभाव को बखूबी बयां करता है।
योग से मिलती है शांति और संतुलन
शिवराज सिंह चौहान ने योग के फायदों को गिनाते हुए कहा कि योग सिर्फ शरीर की एक्सरसाइज नहीं, बल्कि शरीर, मन और आत्मा का सामंजस्य है। उन्होंने कहा, “योग हमारे जीवन में संतुलन और शांति लाता है। स्वस्थ और खुश रहने के लिए हम सभी को योग करना चाहिए।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि हम अपने सारे काम शरीर के जरिए ही करते हैं, और शरीर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका योग है। योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक खुशी और बुद्धि की तेजी को भी बढ़ाता है। शिवराज के ये शब्द हमें याद दिलाते हैं कि योग एक समग्र जीवनशैली है, जो हमें हर स्तर पर बेहतर बनाती है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!
मैं सभी योग गुरुओं को प्रणाम करता हूं जिन्होंने योग का प्रचार-प्रसार किया है।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के प्रयासों से ही आज योग संपूर्ण विश्व में पहुंचा है।
– माननीय केंद्रीय मंत्री श्री… pic.twitter.com/803ttFAOxQ
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) June 21, 2025
शिवराज ने योग के आध्यात्मिक पहलू पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, “योग न सिर्फ शरीर और मन को स्वस्थ रखता है, बल्कि अगर हम इसे गहराई से अपनाएं, तो यह हमारी आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का जरिया भी बनता है।” यह बयान योग की उस गहरी फिलॉसफी को सामने लाता है, जो सिर्फ शारीरिक व्यायाम तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन के हर आयाम को छूता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं, ताकि वे न सिर्फ शारीरिक रूप से फिट रहें, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी समृद्ध हों। यह संदेश खास तौर पर आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बेहद प्रासंगिक है, जहां लोग तनाव और असंतुलन से जूझ रहे हैं।
योग को अपनाने की अपील
इस आयोजन के जरिए शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर लोगों से योग को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि योग खुशी और स्वस्थ शरीर की गारंटी है। पूसा कैंपस में आयोजित इस कार्यक्रम में लखपति दीदी और कृषि विभाग के कर्मचारियों की भागीदारी ने यह दिखाया कि योग अब हर वर्ग के बीच लोकप्रिय हो रहा है। यह आयोजन सिर्फ एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि योग को जीवन का हिस्सा बनाने का एक संदेश था। शिवराज के निजी अनुभव और उनके उत्साह ने इस कार्यक्रम को और खास बना दिया। बिहार की यह पहल न सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बन सकती है, ताकि हर कोई योग के जरिए स्वस्थ और सुखी जीवन जी सके।