Stock Market: मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच चल रहा युद्ध दुनिया भर में तनाव पैदा कर रहा है, लेकिन इसका भारतीय शेयर बाज़ार पर कोई खास असर नहीं दिख रहा। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, शुक्रवार, 20 जून 2025 को भारतीय बाज़ार ने तेजी के साथ शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स सुबह 9:30 बजे करीब 228 अंक चढ़ा और बाद में ये 700 अंक तक उछल गया। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 भी 36.45 अंक की बढ़त के साथ 24,829.70 पर खुला और फिर 25,000 का आंकड़ा पार कर गया। आइए, इस खबर को छह हिस्सों में समझते हैं और जानते हैं कि बाज़ार में क्या हलचल रही।
शुक्रवार की सुबह भारतीय शेयर बाज़ार ने निवेशकों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। बीएसई सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 228 अंकों की छलांग लगाई और सुबह 10:30 बजे तक ये 700 अंक से ज़्यादा चढ़ गया। एनएसई निफ्टी 50 भी पीछे नहीं रहा। ये 36.45 अंक ऊपर 24,829.70 पर खुला और जल्द ही 25,000 के पार पहुंच गया। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाज़ार की इस तेजी में बैंकिंग और आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनियों का योगदान रहा। मध्य पूर्व में चल रहे तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बावजूद भारतीय बाज़ार ने मजबूती दिखाई। एक्स पर कई यूज़र्स ने इसे भारतीय बाज़ार की मज़बूत बुनियाद का सबूत बताया। निवेशकों का भरोसा इस बात से भी बढ़ा कि आरबीआई की नई इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग नीतियों ने बाज़ार को सहारा दिया।
कौन से शेयर चमके, कौन से लुढ़के?
आज के कारोबार में कई शेयरों ने निवेशकों को खुश किया। महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर 1.01% की उछाल के साथ टॉप गेनर रहा। इसके बाद भारती एयरटेल ने 0.71%, एटर्नल ने 0.71%, एचडीएफसी बैंक ने 0.57%, और अल्ट्राटेक सीमेंट ने 0.61% की बढ़त दर्ज की। इन शेयरों की तेजी ने बाज़ार को ऊपर खींचने में बड़ी भूमिका निभाई। लेकिन कुछ शेयरों ने निराश भी किया। इंडसइंड बैंक का शेयर 0.90% गिरा, बजाज फाइनेंस 0.49% नीचे आया, टेक महिंद्रा में 0.37%, टाटा मोटर्स में 0.21%, और कोटक महिंद्रा बैंक में 0.21% की गिरावट देखी गई। ग्रोव की रिपोर्ट के मुताबिक, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, और बायोकॉन जैसे शेयरों पर आज निवेशकों की खास नज़र थी।
जब भारतीय बाज़ार तेजी के मूड में था, तब एशियाई बाज़ारों में मिला-जुला कारोबार देखने को मिला। अमेरिका का डाउ जोन्स करीब 200 अंक नीचे बंद हुआ, जिससे ग्लोबल सेंटीमेंट पर थोड़ा असर पड़ा। जापान का निक्केई 0.27% की बढ़त के साथ हरे निशान में रहा, लेकिन दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.014% और ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स 200 0.37% नीचे बंद हुआ। मनीकंट्रोल की एक पोस्ट के मुताबिक, इजरायल-ईरान तनाव के बावजूद भारतीय बाज़ार में घबराहट नहीं दिखी, जो निवेशकों के लिए राहत की बात है। ग्लोबल बाज़ारों में कच्चे तेल की कीमतों में कमी और सोने की कीमतों में उछाल ने भी भारतीय बाज़ार को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया।
कल था बाज़ार का मूड सुस्त
गुरुवार, 19 जून 2025 को भारतीय शेयर बाज़ार में लगातार तीसरे दिन गिरावट देखी गई थी। बीएसई सेंसेक्स 82.79 अंक यानी 0.10% नीचे 81,361.87 पर बंद हुआ। दिन के दौरान ये 81,583.94 के हाई और 81,191.04 के लो तक गया। एनएसई निफ्टी 50 भी 18.80 अंक यानी 0.08% की मामूली गिरावट के साथ 24,793.25 पर बंद हुआ। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, निफ्टी ऑटो को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में रहे। जियोजित इनवेस्टमेंट रिसर्च के चीफ विनोद नायर ने कहा कि ग्लोबल निवेशक मध्य पूर्व में चल रहे तनाव और अमेरिका के संभावित दखल की आशंका से सतर्क हैं। इसके अलावा, यूएस फेडरल रिज़र्व की ब्याज दरों को 4.25%-4.5% पर स्थिर रखने और महंगाई के दबाव ने भी सॉफ्टवेयर निर्यात से जुड़ी कंपनियों के शेयरों को प्रभावित किया।
इजरायल-ईरान युद्ध के बावजूद भारतीय शेयर बाज़ार की मज़बूती कई कारणों से है। डैनिक भास्कर की एक पोस्ट में बताया गया कि बैंकिंग और रियल्टी सेक्टर के शेयरों में खरीदारी ने बाज़ार को सहारा दिया। एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, और अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी ने बाज़ार को ऊपर खींचा। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मज़बूत बुनियाद, कच्चे तेल की कीमतों में कमी, और घरेलू निवेशकों का भरोसा बाज़ार को स्थिर रख रहा है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरबीआई की नई नीतियों ने बैंकिंग सेक्टर को बूस्ट दिया, जिसका असर आज की तेजी में दिखा। निफ्टी का 24,500-25,000 के रेंज में स्थिर रहना भी बाज़ार की मज़बूती का संकेत है।
आगे क्या? निवेशकों की नज़र कहां?
आज की तेजी के बाद निवेशकों की नज़र अब अगले हफ्ते के कारोबार पर है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, निफ्टी अगर 25,000 के ऊपर टिकता है, तो ये 25,200 की तरफ बढ़ सकता है। लेकिन मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से बाज़ार में अस्थिरता आ सकती है। बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने पारस डिफेंस और थिरुमलाई केमिकल्स को आज के टॉप पिक्स बताया है। एक्स पर कुछ यूज़र्स का कहना है कि अडानी ग्रुप के शेयरों में आज की तेजी अगले हफ्ते भी जारी रह सकती है। विनोद नायर ने सुझाव दिया कि निवेशक आईटी और सॉफ्टवेयर निर्यात से जुड़े शेयरों पर सतर्क रहें, क्योंकि ग्लोबल महंगाई और यूएस फेड की नीतियां इन पर असर डाल सकती हैं। भारतीय बाज़ार की ये मज़बूती निवेशकों के लिए उम्मीद की किरण है, लेकिन सतर्कता बरतना भी ज़रूरी है।