ग्रामीण की जानकारी और रजामंदी के बिना जैतखाम उखाड़ देने से बढ़ी नाराजगी
श्यामलाल सतनामी के आवेदन पर कोई विचार भी नहीं किया प्रबन्धन के अधिकारियों ने
“धरना की चेतावनी”
गेवरा//कोरबा:-
घर पर स्थित जैतखम्भ को एस.ई.सी.एल प्रबंधन एवं कालिंगा कंपनी द्वारा उखाड़कर फेके जाने की शिकायत करते हुए कार्यवाही हेतु कलेक्टर से आग्रह किया गया है ।
श्याम लाल सतनामी निवासी विकास खण्ड पाली तहसील- हरदीबाजार ने बताया कि ग्राम पंचायत अमगांव के जोकाही डबरी मोहल्ले में उसका मकान स्थित था तथा घर के बाहर उसके द्वारा जैतखम्भ की विधि विधान से स्थापना की गई थी जहां पर मौहल्ले भर के सतनामी समाज के द्वारा पूजा-अर्चना किया जाता था ।
एसईसीएल गेवरा द्वारा उक्त मोहल्ला का अर्जन कर लिया गया है जिसके कारण हमें वहां से विस्थापित होना पड़ा श्यामलाल सतनामी ने एसईसीएल गेवरा को दिनांक 29.07.2024 को पत्र देकर विधि विधान से जैतखम्भ को विस्थापित करने हेतु तथा जैतखम्भ का मुआवजा राशि दिलाने की मांग किया था किन्तु प्रबंधन द्वारा आवेदन पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं की गई कुछ दिनों पूर्व एसईसीएल दीपका के प्रबंधक मनोज कुमार कालिंगा, कंपनी के जीएम विकास दुबे, एसईसीएल कर्मचारी अनिल पाटले एक राय होकर हमारे ईष्ट देव के जैतखम्भ को सहमति व जानकारी के बगैर उखाड़कर अन्यत्र कहीं ले जाया गया है ।
श्यामलाल ने कलेक्टर महोदय से निवदेन किया है कि उसके घर पर स्थित जैतखम्भ को उसकी उपस्थिति और रजामंदी के बिना उखाड़ लेने की शिकायत दर्ज कर संबंधित व्यक्तियों पर कानून कार्यवाही करने का कष्ट करें तथा जैतखम्भ के एवज में मुआवजा राशि दिलाने की कृपा करें ।
श्यामलाल सतनामी ने कहा है कि यदि मांगो पर एक साप्ताह के भीतर कार्यवाही नही की जाती है तो उक्त स्थल में जैतखम्भ स्थापित कर धरना में बैठने के लिए विवश हो जाऊंगा इसकी संपुर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं एसईसीएल प्रबंधन की होगी ।