Shahdol News: जिले के ब्याहारी थाना क्षेत्र के जोरा गांव के पास एक तेज रफ्तार तूफान वाहन पेड़ से टकरा गया, जिसमें तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा सोमवार सुबह करीब 4:40 बजे हुआ। सभी मृतक छत्तीसगढ़ की रहने वाली थीं और अयोध्या दर्शन करने के बाद अपने घर लौट रही थीं। इस हादसे ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। हादसे की सूचना मिलते ही ब्याहारी पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भेजा। चार लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें शहडोल के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। यह घटना सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करती है।
पुलिस के अनुसार, यह हादसा जोरा गांव के पास हुआ, जहां तूफान वाहन (नंबर CG 10 BP 8657) सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराया। इस वाहन में कुल 20 लोग सवार थे, जिनमें ड्राइवर को छोड़कर सभी महिलाएं और बच्चे थे। ये सभी छत्तीसगढ़ के रहने वाले थे और अयोध्या में दर्शन करने के बाद अपने घर लौट रहे थे। हादसा इतना भयानक था कि तीन महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बाकी घायलों को तुरंत ब्याहारी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस और स्थानीय लोगों की तत्परता के कारण घायलों को जल्दी ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई, लेकिन इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया।
मृतकों की पहचान और घायलों की हालत
ब्याहारी थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि हादसे में तीन महिलाओं, गायत्री कंवर (55 साल), मालती पटेल (50 साल) और इंदिरा बाई की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में घायल हुए अन्य लोगों में से चार की हालत बेहद नाजुक है। इन घायलों को ब्याहारी के सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। घायलों ने पुलिस को बताया कि वे सभी अयोध्या दर्शन के लिए गए थे और वहां से लौटते वक्त यह हादसा हुआ। इस दुखद घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर पैदा कर दी है।
पुलिस और स्थानीय लोगों की त्वरित कार्रवाई
हादसे की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी, जिसके बाद ब्याहारी पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को वाहन से निकाला और उन्हें एंबुलेंस व पुलिस वाहनों के जरिए ब्याहारी अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान पुलिस ने सड़क पर जमा भीड़ को नियंत्रित किया और हादसे की जगह को सुरक्षित किया। चार घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत शहडोल मेडिकल कॉलेज भेजने का फैसला किया। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को फोन पर इस दुखद घटना की जानकारी दे दी है, और परिजन ब्याहारी के लिए रवाना हो चुके हैं।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस हादसे की मुख्य वजह वाहन की तेज रफ्तार थी। तूफान वाहन इतनी तेज गति से चल रहा था कि ड्राइवर सड़क के किनारे पेड़ से टकराने से पहले वाहन को नियंत्रित नहीं कर सका। यह हादसा सुबह के समय हुआ, जब सड़क पर अंधेरा और संभवतः कोहरा भी रहा होगा, जिसने ड्राइवर की दृश्यता को और कम कर दिया। इस तरह के हादसे सड़क पर लापरवाही और तेज रफ्तार के खतरों को उजागर करते हैं। पुलिस अब ड्राइवर से पूछताछ कर रही है और हादसे के सटीक कारणों की जांच कर रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सड़क सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
यह हादसा छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की सीमा पर सड़क सुरक्षा की खामियों को एक बार फिर सामने लाता है। अयोध्या जैसे तीर्थस्थलों से लौटने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी रहती है, और ऐसे में सड़कों पर वाहनों की रफ्तार को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। स्थानीय लोग और विशेषज्ञ लंबे समय से सड़कों पर स्पीड ब्रेकर और बेहतर सिग्नलिंग की मांग कर रहे हैं। इस हादसे ने न केवल परिवारों को गहरा दुख दिया है, बल्कि प्रशासन को भी सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत पर जोर देता है। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है, और मृतकों के परिजनों के पहुंचने के बाद पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यह घटना सभी के लिए एक सबक है कि सड़क पर सावधानी बरतना कितना जरूरी है।