Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर में सोमवार को राजा रघुवंशी की तेरहवीं का कार्यक्रम रखा गया था। राजा की पत्नी सोनम इस वक्त शिलॉन्ग की जेल में बंद है। उन पर अपने ही पति की हत्या का आरोप है। ऐसे में राजा के अंतिम संस्कार और तेरहवीं की सारी जिम्मेदारी सोनम के भाई गोविंद ने निभाई। गोविंद पूरे समय वहां मौजूद रहे। उन्होंने न केवल सभी धार्मिक क्रियाएं कीं बल्कि राजा के परिवार के साथ बैठकर पूजा-पाठ में हिस्सा भी लिया।
. गोविंद का भावुक बयान: अगर बहन दोषी है तो फांसी दो
तेरहवीं के बाद मीडिया से बात करते हुए गोविंद का बयान सामने आया जिसने सभी को चौंका दिया। उन्होंने साफ कहा, “अगर मेरी बहन ने राजा की हत्या की है तो उसे फांसी दी जाए। मैं राजा के परिवार के साथ हूं।” इस बयान से साफ है कि गोविंद अपनी बहन के जुर्म को लेकर कोई नरमी नहीं बरतना चाहते। उनके इस खुले समर्थन से राजा के परिवार को कुछ मानसिक शांति जरूर मिली है।

राजा की मां से लिपटकर रोया गोविंद, उझ्जैन में भी दी श्रद्धांजलि
कुछ दिन पहले गोविंद राजा के गृह नगर गाज़ीपुर से लौटने के बाद इंदौर आए थे। उन्होंने राजा के घर जाकर राजा की मां उमा देवी से मुलाकात की और उन्हें गले लगाकर फूट-फूटकर रोए। गोविंद ने सिर्फ तेरहवीं ही नहीं बल्कि उज्जैन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भी हिस्सा लिया था। वहां उन्होंने राजा की आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया। इस मौके पर सोनम के परिवार से कोई और सदस्य नहीं पहुंचा था।
राजा के भाई का दर्द: उसका पसंदीदा खाना बनवाया लेकिन वो ही नहीं रहा
राजा के छोटे भाई सचिन ने बताया कि राजा की तेरहवीं में वही सब चीजें बनाई गईं जो राजा को पसंद थीं। लेकिन जिस व्यक्ति के लिए सब किया गया वह अब इस दुनिया में नहीं है। उन्होंने कहा कि राजा की मौत अकाल मृत्यु है और उसके हत्यारों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। परिवार बेहद सीमित लोगों को ही इस कार्यक्रम में शामिल कर पाया क्योंकि उनका दुख अभी भी बहुत गहरा है।
राजा की हत्या के मामले में जांच जारी है लेकिन राजा का परिवार इस बात को लेकर अडिग है कि सोनम ही इसके पीछे है। वह चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी हो उसे कड़ी सजा मिले। सचिन और उमा देवी दोनों का कहना है कि राजा बहुत नेकदिल इंसान था और उसकी इस तरह हत्या कर देना अक्षम्य अपराध है। अब पूरा परिवार न्याय की उम्मीद लगाए बैठा है।