Raj Kushwah CCTV Viral: राजा रघुवंशी हत्याकांड में सभी पांच आरोपी—सोनम रघुवंशी, राज कुशवाह, आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी—फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाह को पहले दो बार पुलिस रिमांड पर भेजा गया था, लेकिन अब उन्हें भी 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। बाकी तीन आरोपी पहले से ही 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं। शिलांग पुलिस की एक टीम इस मामले की जांच के लिए इंदौर में डटी हुई है। अब इस जांच में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जो वाकई चौंकाने वाला है। पुलिस के मुताबिक, सोनम ने अपने पति की हत्या के बाद न सिर्फ इंदौर में छिपकर रहना शुरू किया, बल्कि राज कुशवाह के जरिए राजा के परिवार की हर गतिविधि पर नजर रख रही थी। आइए, इस मामले के नए मोड़ को विस्तार से जानते हैं।
पुलिस जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सोनम रघुवंशी ने अपने पति राजा की हत्या के बाद इंदौर पहुंचकर एक नई साजिश रची। वह राज कुशवाह के जरिए राजा के परिवार की हर छोटी-बड़ी हलचल पर नजर रख रही थी। राज कुशवाह हर पल की जानकारी सोनम को मोबाइल पर देता रहता था। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जब 4 जून को राजा का शव शिलांग से इंदौर लाया गया, तब भी राज ने सोनम को फोन पर राजा के माता-पिता के रोने-बिलखने की खबर दी। यह खुलासा इस हत्याकांड की क्रूरता को और गहरा करता है। सोनम और राज की इस ठंडे दिमाग से रची गई साजिश ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है, क्योंकि यह सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके बाद भी उनकी साजिश जारी थी।
राज कुशवाह का दोहरा चेहरा
राज कुशवाह का इस मामले में दोहरा चरित्र भी सामने आया है। एक तरफ वह राजा के परिवार को सांत्वना दे रहा था, दूसरी तरफ सोनम को उनके दुख की हर खबर दे रहा था। राजा के पिता अशोक रघुवंशी ने बताया कि राज ने राजा के अंतिम संस्कार के लिए कफन, फूल और अन्य सामान का इंतजाम किया था। अशोक ने कहा, “मैंने उसे कफन हाथ में लिए देखा था। वह मेरे पीछे खड़ा था। मुझे तब क्या पता था कि वह मेरे बेटे का हत्यारा है।” राज ने उस दिन भी सोनम को फोन करके अंतिम संस्कार की हर गतिविधि की जानकारी दी। इस दौरान का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें राज अंतिम संस्कार में शामिल दिख रहा है। यह देखकर राजा का परिवार और भी आहत है कि जिसे वे अपना समझ रहे थे, वही उनका सबसे बड़ा दुश्मन था।
सोनम का इंदौर में छिपना
पुलिस के मुताबिक, राजा की हत्या के बाद सोनम 25 मई को शिलांग से सिलीगुड़ी होते हुए ट्रेन से इंदौर पहुंची थी। यहां उसने किराए के मकान में छिपकर रहना शुरू किया। इस दौरान राज कुशवाह उससे लगातार संपर्क में था और उसे राजा के परिवार की हर खबर दे रहा था। सोनम ने इंदौर में कुछ दिन बिताने के बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर पहुंचकर 8 जून को सरेंडर कर दिया। पुलिस को शक है कि सोनम ने यह कदम तब उठाया, जब उसके तीन साथी—आकाश, विशाल और आनंद—पकड़े गए और राज को भी गिरफ्तारी का डर सताने लगा। सोनम की इस चालाकी से साफ है कि वह अपनी हरकतों को छिपाने की कोशिश में थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उसकी साजिश को नाकाम कर दिया।
हत्या की वजह अभी भी रहस्य
हालांकि सभी पांचों आरोपियों ने अपने गुनाह कबूल कर लिए हैं, लेकिन पुलिस अभी भी इस हत्या के असली मकसद का पता लगाने में जुटी है। पुलिस को शक है कि सोनम और राज के बीच प्रेम संबंध इस हत्या की मुख्य वजह हो सकते हैं, लेकिन वे अन्य संभावित कारणों की भी जांच कर रहे हैं। पुलिस ने सोनम के मायके, राज के फ्लैट और उनके परिवार के प्लाईवुड कारखाने की तलाशी ली, ताकि राजा के गायब गहनों और अन्य सबूतों का पता लगाया जा सके। सोनम के फोन में राज का नंबर “संजय वर्मा” के नाम से सेव था, और दोनों के बीच मार्च में 119 लंबी कॉल्स हुई थीं, जो इस साजिश की प्लानिंग को दर्शाता है। पुलिस का मानना है कि हत्या की साजिश शादी से पहले ही रची जा चुकी थी, लेकिन इसका पूरा सच अभी सामने आना बाकी है।
राजा के परिवार के लिए यह हत्याकांड एक बड़ा सदमा है। राजा की मां उमा रघुवंशी ने बताया, “उस दिन राज कफन का सफेद कपड़ा लेकर खड़ा था। बाद में वीडियो देखकर मैंने उसे पहचाना।” परिवार को इस बात का गहरा दुख है कि राज ने उनके सामने मासूम बनने की कोशिश की, जबकि वह सोनम के साथ मिलकर उनकी हर गतिविधि की जासूसी कर रहा था। शिलांग पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) इस मामले में लगातार काम कर रही है। टीम ने इंदौर में सोनम के भाई गोविंद और अन्य रिश्तेदारों से पूछताछ की, लेकिन गोविंद का कहना है कि उसे कोई बयान दर्ज करने के लिए अभी तक शिलांग नहीं बुलाया गया। पुलिस ने क्राइम सीन को दोबारा बनाया, जिसमें दूसरा हथियार (माचेट) भी बरामद हुआ। SIT अब राजा के गायब गहनों और सोनम के बैग की तलाश में है, जो इस मामले का अहम सुराग हो सकता है।
समाज के लिए सबक
यह हत्याकांड न सिर्फ राजा के परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सबक है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि यह समाज के लिए एक चेतावनी है। सोनम और राज की साजिश ने न सिर्फ एक परिवार को बर्बाद किया, बल्कि रिश्तों पर भरोसे को भी चोट पहुंचाई। पुलिस की जांच से उम्मीद है कि इस मामले का पूरा सच जल्द सामने आएगा और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। राजा के परिवार की मांग है कि सभी आरोपियों को फांसी दी जाए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी साजिश रचने की हिम्मत न करे। यह घटना हर किसी को सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में विश्वास और पारदर्शिता कितनी जरूरी है।