Rahul Gandhi 55th Birthday: आज, 19 जून 2025 को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपना 55वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी है। पीएम मोदी ने अपने X हैंडल पर लिखा, “लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।” राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली में हुआ था। वे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सबसे बड़े बेटे हैं। अभी वो उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा सांसद और विपक्ष के नेता हैं। राहुल की पढ़ाई भारत और विदेश में हुई है। उन्होंने फ्लोरिडा के रोलिंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एम.फिल की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के बाद उन्होंने लंदन में मॉनिटर ग्रुप नाम की कंसल्टिंग फर्म में काम किया और फिर भारत आकर मुंबई में बैकॉप्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की टेक्नोलॉजी आउटसोर्सिंग कंपनी शुरू करने में मदद की।
राहुल गांधी का सियासी सफर
राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2004 में की, जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीता। ये सीट उनके पिता राजीव गांधी की पारंपरिक सीट थी। इसके बाद 2009 और 2014 में भी वो अमेठी से सांसद चुने गए। 2007 में उन्हें कांग्रेस महासचिव बनाया गया, और 2013 में वो कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने। 2017 में राहुल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमान संभाली और पार्टी के अध्यक्ष बने, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। राहुल का सियासी सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन उनकी मेहनत और जनता से जुड़ने की कोशिशों ने उन्हें हमेशा चर्चा में रखा। उनकी सादगी और साहस ने उन्हें एक अलग पहचान दी है।
2019 और 2024 का चुनावी रंग
2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी में स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने केरल की वायनाड सीट से जीत हासिल की। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल ने रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों पर जीत दर्ज की। बाद में उन्होंने रायबरेली सीट रखने का फैसला किया, और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा अब वायनाड से सांसद हैं। राहुल का ये दोहरी जीत का प्रदर्शन उनकी सियासी ताकत को दिखाता है। रायबरेली से उनकी जीत ने ये भी साबित किया कि गांधी परिवार का इस सीट से गहरा नाता अब भी बरकरार है। राहुल की सक्रियता और जनता से जुड़ने की कोशिशों ने उन्हें विपक्ष के एक मजबूत चेहरे के रूप में स्थापित किया है।
खड़गे और नेताओं की शुभकामनाएं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई बड़े नेताओं ने राहुल गांधी को उनके जन्मदिन पर बधाई दी। खड़गे ने X पर लिखा, “राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई। आपका संविधान के प्रति समर्पण और सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक न्याय के लिए जुनून आपको खास बनाता है।” उन्होंने कहा कि राहुल की लड़ाई दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, और वंचितों के लिए है, और वो देश को एकजुट करने की दिशा में काम कर रहे हैं। खड़गे ने राहुल की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तारीफ की, जिन्होंने लाखों लोगों के दिलों में आशा जगाई। खड़गे ने ये भी कहा कि राहुल सत्ता के सामने सच बोलने की हिम्मत रखते हैं और समाज के कमजोर वर्गों के लिए उनकी मेहनत अनुकरणीय है।
केसी वेणुगोपाल और अशोक गहलोत का संदेश
कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी राहुल को बधाई देते हुए X पर लिखा, “पूरे कांग्रेस परिवार और देश की जनता की ओर से हमारे प्यारे नेता राहुल गांधी को जन्मदिन की शुभकामनाएं।” उन्होंने राहुल की तारीफ में कहा कि उनकी निडरता, प्यार से नफरत को हराने का संदेश, और गरीबों व पिछड़ों के लिए दूरदर्शी सोच उन्हें देश का जरूरी नेता बनाती है। वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को ऐतिहासिक बताया, जिन्होंने आर्थिक और सामाजिक अन्याय से जूझ रहे लोगों में उम्मीद जगाई। दूसरी तरफ, पूर्व राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल की वंचितों और गरीबों के लिए लड़ाई सच्ची सामाजिक न्याय की मिसाल है। गहलोत ने ये भी कहा कि राहुल का शांति और प्रेम का संदेश देश को एकजुट करने में कामयाब होगा।
राहुल गांधी का मिशन और भविष्य
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने उन्हें जनता का नेता बनाया है। इन यात्राओं ने न सिर्फ कांग्रेस को नई ऊर्जा दी, बल्कि देश के कोने-कोने में लोगों से सीधा संवाद करने का मौका दिया। राहुल की सियासत का अंदाज अलग है – वो सड़कों पर उतरकर, आम लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनते हैं। उनकी ये मेहनत विपक्ष को मजबूत करने में अहम रही है। गहलोत ने अपने बधाई संदेश में कहा, “अब वक्त आ गया है कि आप देश को आगे ले जाएं, लोकतंत्र को मजबूत करें, और संविधान की रक्षा करें।” राहुल का जन्मदिन न सिर्फ उनके लिए, बल्कि कांग्रेस और उनके समर्थकों के लिए भी एक नई शुरुआत का मौका है। उनकी मेहनत और समर्पण को देखते हुए फैंस और कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे हैं कि वो आने वाले वक्त में देश को एक नई दिशा देंगे।