PM Modi honoured in Cyprus: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों तीन देशों के दौरे पर हैं और इसके पहले चरण में वे साइप्रस की राजधानी निकोसिया पहुंचे। दौरे के दूसरे दिन साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडूलाइड्स ने पीएम मोदी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III’ प्रदान किया। यह सम्मान अब तक दुनिया के केवल 22 नेताओं को मिला है और पीएम मोदी इसके 23वें प्राप्तकर्ता बने।
सम्मान नहीं जिम्मेदारी है यह: पीएम मोदी का भावुक संदेश
सम्मान प्राप्त करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ नरेंद्र मोदी का नहीं है बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का है। उन्होंने इसे भारत और साइप्रस के बीच मजबूत रिश्तों और साझा मूल्यों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान भारत की संस्कृति, हमारी ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की विचारधारा और भारत की सामूहिक शक्ति का प्रतीक है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि यह जिम्मेदारी है कि दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए।
निकोसिया में हुआ भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी का निकोसिया में साइप्रस के राष्ट्रपति भवन ‘राष्ट्रपति भवन’ में आधिकारिक रूप से भव्य स्वागत किया गया। रेड कार्पेट स्वागत और सैन्य सम्मान के साथ पीएम मोदी को पूरा सम्मान दिया गया। यह साइप्रस और भारत के रिश्तों की गर्मजोशी को दर्शाता है। इससे पहले रविवार को पीएम मोदी साइप्रस पहुंचे थे जहां उन्होंने भारत-साइप्रस व्यापार सम्मेलन में भाग लिया और निवेशकों से बातचीत की।
व्यापार और निवेश पर जोर
साइप्रस में प्रधानमंत्री मोदी का पहला कार्यक्रम व्यापारियों के साथ राउंड टेबल बैठक थी। इस बैठक में दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और साइप्रस के बीच व्यापार, रक्षा और निवेश जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि साइप्रस यूरोप के लिए एक ‘गेटवे’ बन सकता है और कई भारतीय कंपनियां यहां अपने कारोबार का विस्तार कर सकती हैं।
तीन देशों की यात्रा में पहला पड़ाव
पीएम मोदी की यह यात्रा तीन देशों – साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया – को लेकर है। साइप्रस इस यात्रा का पहला पड़ाव है। खास बात यह है कि 23 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने साइप्रस का दौरा किया है। इस दौरे को भारत की कूटनीतिक सक्रियता और वैश्विक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।