Mp Weather Today: मध्य प्रदेश में मॉनसून की दस्तक के साथ ही बारिश का दौर जोरों पर है। कई जिलों में भारी बारिश की वजह से नदियां और नाले उफान पर हैं। गुरुवार, 26 जून 2025 को भी 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। खास तौर पर बालाघाट और अलीराजपुर में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 13 अन्य जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान है। बुधवार को राज्य के 26 जिलों में बारिश हुई, जिसने कई जगहों पर तबाही मचाई। भोपाल में एक पुरानी इमारत का हिस्सा गिरने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि टीकमगढ़ में बिजली गिरने से 16 बकरियों की जान चली गई। सीहोर में तो बारिश इतनी हुई कि सड़कों पर खड़ी गाड़ियां आधे पानी में डूब गईं। यह मॉनसून न केवल राहत लेकर आया है, बल्कि कई जगहों पर मुसीबत का सबब भी बन गया है।
गुरुवार को इन जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने गुरुवार, 26 जून के लिए बालाघाट और अलीराजपुर में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। इसके अलावा, नीमच, मंदसौर, झाबुआ, धार, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, सतना, मैहर, पन्ना, सिवनी, और मंडला में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और अन्य जिलों में मध्यम बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, एक ट्रफ लाइन मध्य प्रदेश के बीच से गुजर रही है, और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय है। इन मौसमी सिस्टम्स की वजह से पूरे राज्य में बारिश का दौर चल रहा है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले चार दिनों तक कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है।
बुधवार को सतना में सबसे ज्यादा बारिश
बुधवार को मध्य प्रदेश के 26 जिलों में बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश सतना में हुई, जहां 2.2 इंच पानी बरसा। छतरपुर के खजुराहो में 1.7 इंच, भोपाल में 1.4 इंच, खरगोन में 1 इंच, और छतरपुर के नौगांव में आधा इंच बारिश हुई। इसके अलावा, दतिया, बैतूल, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, रतलाम, शिवपुरी, उज्जैन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा, उमरिया, सीहोर, कटनी, टीकमगढ़, श्योपुर, शाजापुर, धार, और दिंदोरी में भी रात तक बारिश का दौर जारी रहा। कई जगहों पर तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी हुईं। सीहोर में सड़कों पर जलभराव इतना था कि गाड़ियां आधे पानी में डूब गईं। बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं कई जगहों पर教科पुस्तक जलभराव और दुर्घटनाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं।
मॉनसून की देरी, फिर तेज रफ्तार
इस बार मॉनसून देश में 8 दिन पहले आ गया था, और महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी तय समय से पहले पहुंचा। मध्य प्रदेश में इसके पहले हफ्ते में आने की उम्मीद थी, लेकिन यह 15 दिन तक महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में रुका रहा। आखिरकार 13-14 जून को मॉनसून ने राज्य में कदम रखा, जो सामान्य तारीख 15 जून से एक दिन देर से था। लेकिन इसके बाद मॉनसून ने रफ्तार पकड़ी और सिर्फ 3 दिन में 53 जिलों को कवर कर लिया। भिंड और मऊगंज में भी 5 दिन में मॉनसून पहुंच गया। पिछले साल मॉनसून 21 जून को आया था। इस बार मॉनसून के सक्रिय होने के बाद से ही भारी बारिश का दौर शुरू हो गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है, जो किसानों के लिए अच्छी खबर है, लेकिन बाढ़ और जलभराव का खतरा भी बढ़ा रही है।
अगले चार दिन का मौसम: भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 27 जून को शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, जबलपुर, मंडला, दिंदोरी, अनुपपुर, और सिवनी में भारी बारिश की चेतावनी है। 28 जून को ग्वालियर, मोरेना, भिंड, दतिया, अशोकनगर, निवारी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, जबलपुर, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सीहोर, विदिशा, और राजगढ़ में भारी बारिश हो सकती है। 29 जून को ग्वालियर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, दिंदोरी, अनुपपुर, शहडोल, मैहर, सतना, रीवा, मऊगंज, सिद्धि, और सिंगरौली में भारी बारिश का अलर्ट है। इनके अलावा भोपाल, इंदौर, उज्जैन, और जबलपुर में येलो अलर्ट के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से यह बारिश का दौर अभी जारी रहेगा।
सावधानी और चुनौतियां
मॉनसून की इस भारी बारिश ने मध्य प्रदेश में जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं कई चुनौतियां भी खड़ी की हैं। भोपाल और टीकमगढ़ की घटनाएं बताती हैं कि बारिश के साथ आने वाली आपदाएं कितनी खतरनाक हो सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों के किनारे न जाने की अपील की है। किसानों को खेतों में पानी के रुकने से नुकसान का डर है, लेकिन ज्यादा बारिश फसलों के लिए फायदेमंद भी हो सकती है। मौसम विभाग ने संवेदनशील इलाकों में बाढ़ और जलभराव का अलर्ट जारी किया है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की चेतावनियों पर ध्यान दें और सावधानी बरतें। मध्य प्रदेश में मॉनसून का यह दौर अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा, और प्रशासन को इसकी तैयारियों को और मजबूत करना होगा ताकि जान-माल का नुकसान कम से कम हो।