MP News: मध्य प्रदेश के दतिया जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। दतिया के इंदरगढ़ कस्बे के रहने वाले 31 साल के भरत बघेल की रूस में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। भरत रूस के अर्खंगेल्स्क शहर में नॉर्दर्न स्टेट मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे। ये खबर उनके परिवार और पूरे इलाके के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं है। भरत 2019 में पढ़ाई के लिए रूस गए थे और इस साल 2 जुलाई को भारत लौटने वाले थे। उनकी सगाई हो चुकी थी और नवंबर में शादी तय थी, लेकिन उससे पहले ही ये मनहूस खबर सामने आ गई।
घटना की जानकारी
परिवार को भरत की मौत की खबर 21 जून की शाम को मिली। उनके दोस्त यश ने फोन कर इस दुखद घटना की जानकारी दी। यश ने बताया कि ये हादसा 20 जून को हुआ। भरत अपने दोस्तों के साथ हॉस्टल से करीब 5 किलोमीटर दूर खाना खाने गए थे। यश के मुताबिक, वहां किसी इमारत की छत से गिरने की वजह से भरत की मौत हो गई। लेकिन परिवार को अभी तक ये साफ नहीं हो पाया कि आखिर उनकी मौत की असल वजह क्या थी। रूस में न तो कोई आधिकारिक सूचना मिली है और न ही वहां की पुलिस ने परिवार से संपर्क किया। परिवार का कहना है कि वो सोमवार यानी आज रूस के अधिकारियों से बात करने की कोशिश करेंगे।
परिवार में मचा कोहराम
भरत की मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। भरत अपने पिता मुलायम सिंह बघेल के इकलौते बेटे थे। मुलायम सिंह इंदरगढ़ में डॉक्टर हैं और साथ ही एक टीवीएस बाइक एजेंसी भी चलाते हैं। भरत की एक बहन और एक भाई हैं। परिवार के लिए ये नुकसान बर्दाश्त करना बेहद मुश्किल है। भरत के चचेरे भाई दीपक बघेल ने बताया कि भरत कॉलेज के हॉस्टल में रहते थे। वो अपनी पढ़ाई में बहुत अच्छे थे और जल्द ही डॉक्टर बनकर अपने परिवार का नाम रोशन करने वाले थे। उनकी सगाई हो चुकी थी और शादी की तैयारियां चल रही थीं। ऐसे में अचानक आई इस खबर ने सबको तोड़कर रख दिया।
संदिग्ध परिस्थितियां और सवाल
भरत की मौत की वजह अभी तक साफ नहीं है, जिसके चलते परिवार के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। यश ने भले ही छत से गिरने की बात कही, लेकिन परिवार को इस पर यकीन नहीं हो रहा। दीपक बघेल का कहना है कि उन्हें लगता है कि इस मामले में कुछ छिपाया जा रहा है। परिवार को न तो रूस की पुलिस ने कोई जानकारी दी और न ही कॉलेज प्रशासन ने कोई आधिकारिक बयान जारी किया। परिवार का कहना है कि वो रूस में भारतीय दूतावास के जरिए इस मामले की पूरी जांच करवाना चाहते हैं। साथ ही, वो ये भी जानना चाहते हैं कि आखिर उस दिन भरत के साथ क्या हुआ, जिसकी वजह से उनकी जान चली गई।
सरकार से मदद की गुहार
भरत के परिवार ने भारत सरकार से उनके पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत लाने की मांग की है। परिवार का कहना है कि वो अपने बेटे का अंतिम संस्कार अपने देश में करना चाहते हैं। मुलायम सिंह बघेल ने कहा कि उनके लिए ये बहुत मुश्किल वक्त है और वो चाहते हैं कि सरकार उनकी मदद करे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि भरत की मौत का समाचार बेहद दुखद है और वो परिवार के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े हैं। परिवार ने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास से संपर्क करने की कोशिश शुरू कर दी है, ताकि भरत का शव जल्द भारत पहुंच सके।
समाज में शोक की लहर
भरत की मौत की खबर से न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे इंदरगढ़ और दतिया में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोग और रिश्तेदार भरत को एक होनहार और मेहनती युवक के तौर पर याद कर रहे हैं। वो अपने सपनों को पूरा करने के लिए रूस गए थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। इस घटना ने एक बार फिर विदेश में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग मांग कर रहे हैं कि रूस में हुई इस संदिग्ध मौत की गहन जांच हो और परिवार को इंसाफ मिले। साथ ही, सरकार से ये भी अपील की जा रही है कि विदेश में पढ़ने वाले छात्रों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।