Kerala News: केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने केरल की शिक्षा प्रणाली की खुलकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि केरल में शिक्षा का स्तर बहुत ऊंचा है और वहां लगातार नए इनोवेशन हो रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि केरल की शिक्षा प्रणाली को राष्ट्रीय मॉडल का हिस्सा बनाया जा सकता है। उन्होंने अन्य राज्यों को भी सलाह दी कि वे केरल की इस सफल व्यवस्था से सीख लें और अपने यहां भी इसी तरह की पहल करें।
जन शिक्षण संस्थान पर विशेष ध्यान
जयंत चौधरी ने मलप्पुरम जिले के जन शिक्षण संस्थान (JSS) की तारीफ करते हुए बताया कि यह संस्थान मंत्रालय द्वारा लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले संस्थानों में गिना जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि इस तरह के सफल मॉडल और नवाचारों को अन्य राज्यों में भी लागू किया जाए ताकि पूरे देश के जन शिक्षण संस्थानों में सुधार हो।
क्या है जन शिक्षण संस्थान (JSS)
जन शिक्षण संस्थान भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जो कम पढ़े-लिखे युवाओं और वयस्कों को कौशल प्रशिक्षण देने का कार्य करती है। खासतौर पर स्कूल छोड़ चुके छात्र और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और रोजगार प्राप्त कर सकें। इस योजना के तहत सिलाई, ब्यूटी पार्लर, कंप्यूटर, मोबाइल रिपेयरिंग, बढ़ईगिरी जैसे कोर्स कराए जाते हैं।
JSS का मुख्य उद्देश्य
जन शिक्षण संस्थान का प्रमुख उद्देश्य पिछड़े वर्गों को रोजगार के लायक बनाना है। इसमें महिलाओं, अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति-जनजाति और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को प्राथमिकता दी जाती है। ये संस्थान गांवों, झुग्गी बस्तियों और शहरी मलिन बस्तियों में कौशल केंद्र स्थापित करते हैं ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़ सकें और अपने जीवन को बेहतर बना सकें।
राष्ट्रीय विकास में JSS की भूमिका
JSS केवल एक प्रशिक्षण संस्था नहीं है बल्कि यह लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का माध्यम भी है। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ते हैं बल्कि समाज में आत्मनिर्भरता की भावना भी पैदा होती है। सरकार का यह प्रयास है कि इन संस्थानों के माध्यम से देशभर में लाखों युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए और उन्हें एक सम्मानजनक जीवन दिया जाए।