India vs England 2nd Test: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला 2 जुलाई, 2025 से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान में शुरू होने जा रहा है। पहले टेस्ट में हेडिंग्ले, लीड्स में पांच विकेट से हार का सामना करने के बाद शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम इस मैच में वापसी करने के लिए कड़ा अभ्यास कर रही है। इस बीच, भारतीय टीम के अभ्यास सत्र में एक नए चेहरे ने सभी का ध्यान खींचा है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में पंजाब किंग्स के लिए खेलने वाले बाएं हाथ के स्पिनर हरप्रीत बरार हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में हरप्रीत ने खुलासा किया कि उन्हें कप्तान शुभमन गिल ने व्यक्तिगत रूप से मैसेज करके नेट सत्र में शामिल होने के लिए बुलाया था। यह लेख बर्मिंघम टेस्ट से पहले भारतीय टीम की तैयारियों, हरप्रीत बरार की भूमिका, और पहले टेस्ट में गेंदबाजी की कमियों पर विस्तार से चर्चा करता है।
हरप्रीत बरार का अभ्यास सत्र में शामिल होना
भारतीय टीम के बर्मिंघम में अभ्यास सत्र के दौरान एक आश्चर्यजनक चेहरा देखा गया, जब पंजाब किंग्स के स्पिनर हरप्रीत बरार नेट्स में गेंदबाजी करते नजर आए। 29 वर्षीय हरप्रीत, जो IPL 2025 में अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए चर्चा में रहे, भारतीय टेस्ट स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं। फिर भी, उनकी उपस्थिति ने प्रशंसकों और विश्लेषकों में उत्सुकता पैदा की। BCCI द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में हरप्रीत ने बताया, “मेरी पत्नी का घर स्विंडन में है, जो बर्मिंघम से डेढ़ घंटे की दूरी पर है। मैं शुभमन गिल से बात कर रहा था, और उन्होंने मुझे कल मैसेज किया। मैंने सोचा, चलो वहां अभ्यास करते हैं। यह एक अलग अनुभव है, ऐसा लगता है जैसे हम अपने परिवार के बीच आ गए हैं।” हरप्रीत की यह उपस्थिति कप्तान गिल के रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो भारतीय बल्लेबाजों को स्पिन गेंदबाजी का सामना करने के लिए तैयार करना चाहते हैं।
A feeling of home 🏠 away from home in Birmingham #TeamIndia | #ENGvIND | @arshdeepsinghh
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— BCCI (@BCCI) June 29, 2025
हरप्रीत बरार की भूमिका
हरप्रीत बरार की उपस्थिति ने यह सवाल उठाया कि क्या उन्हें टेस्ट स्क्वॉड में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, यह स्पष्ट हो गया कि वह केवल एक नेट गेंदबाज के रूप में भारतीय टीम की मदद करने के लिए मौजूद थे। भारतीय स्क्वॉड में पहले से ही रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, और वॉशिंगटन सुंदर जैसे स्पिनर मौजूद हैं, और एजबेस्टन की पिच पर तेज गेंदबाजों का दबदबा रहने की संभावना को देखते हुए, चौथे विशेषज्ञ स्पिनर की जरूरत नहीं है। पिछले 10 टेस्ट मैचों में इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने 230 विकेट लिए, जबकि स्पिनरों ने केवल 59 विकेट हासिल किए। हरप्रीत की मौजूदगी भारतीय बल्लेबाजों को इंग्लैंड के स्पिनरों, जैसे टॉम हार्टले और जो रूट, के खिलाफ बेहतर तैयारी करने में मदद कर रही है। इसके अलावा, हरप्रीत ने अपने साथी पंजाबी खिलाड़ी अरशदीप सिंह की भी तारीफ की, जिनके साथ उनकी पुरानी दोस्ती है।
पहले टेस्ट में भारत की गेंदबाजी की कमियां
पहले टेस्ट में हेडिंग्ले, लीड्स में भारतीय गेंदबाजी इकाई का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इंग्लैंड ने 371 रनों के लक्ष्य को पांच विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया, जिसने भारत की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण की कमियों को उजागर किया। जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में पांच विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन दूसरी पारी में वह विकेट लेने में असफल रहे। अन्य तेज गेंदबाजों, जैसे मोहम्मद सिराज (27 ओवर में 2/122) और प्रसिद्ध कृष्णा (20 ओवर में 3/128), ने निरंतरता की कमी दिखाई। एकमात्र फ्रंटलाइन स्पिनर रवींद्र जडेजा दोनों पारियों में केवल एक विकेट ले सके, जिसने भारतीय गेंदबाजी की रणनीति पर सवाल उठाए। इस हार के बाद, भारतीय टीम प्रबंधन पर दबाव है कि वह बर्मिंघम टेस्ट के लिए गेंदबाजी संयोजन में बदलाव करे।
बर्मिंघम टेस्ट के लिए भारत की रणनीति
पहले टेस्ट की हार के बाद, भारतीय टीम बर्मिंघम में वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। एजबेस्टन में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है, जहां उसने कभी भी टेस्ट मैच नहीं जीता। इस चुनौतीपूर्ण मैदान पर तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा है, और इसलिए भारतीय प्रबंधन अरशदीप सिंह या आकाश दीप जैसे नए तेज गेंदबाजों को मौका दे सकता है, खासकर क्योंकि जसप्रीत बुमराह की भागीदारी अनिश्चित है। बुमराह की अनुपस्थिति में, कुलदीप यादव को स्पिन विभाग में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि उनकी कलाई की स्पिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी के लिए चुनौती पेश कर सकती है। शुभमन गिल ने हरप्रीत बरार को नेट्स में बुलाकर यह संकेत दिया है कि वह बल्लेबाजों को स्पिन के खिलाफ तैयार करना चाहते हैं, लेकिन गेंदबाजी संयोजन में तेज गेंदबाजों पर अधिक भरोसा रहेगा।
जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति का प्रभाव
जसप्रीत बुमराह की संभावित अनुपस्थिति बर्मिंघम टेस्ट में भारतीय गेंदबाजी के लिए बड़ा झटका हो सकती है। BCCI सूत्रों के अनुसार, बुमराह का वर्कलोड प्रबंधन के तहत इस टेस्ट में आराम दिया जा सकता है। पहले टेस्ट में उनकी शानदार गेंदबाजी (43.4 ओवर में 5/140) के बावजूद, दूसरी पारी में वह प्रभावहीन रहे। बुमराह की अनुपस्थिति में, अरशदीप सिंह, जो T20I में भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, को टेस्ट डेब्यू का मौका मिल सकता है। अरशदीप ने नेट्स में गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल के मार्गदर्शन में अभ्यास किया है, और उनकी स्विंग गेंदबाजी एजबेस्टन की परिस्थितियों में कारगर हो सकती है। इसके अलावा, नितीश कुमार रेड्डी जैसे ऑलराउंडर भी गेंदबाजी में योगदान दे सकते हैं।
भविष्य की संभावनाएं और उम्मीदें
बर्मिंघम टेस्ट भारतीय टीम के लिए सीरीज में वापसी का महत्वपूर्ण अवसर है। पहले टेस्ट की हार के बाद, शुभमन गिल की कप्तानी और टीम के गेंदबाजी संयोजन पर कई सवाल उठे हैं। हरप्रीत बरार जैसे नेट गेंदबाजों को शामिल करना दर्शाता है कि भारतीय प्रबंधन अपनी रणनीति को और मजबूत करना चाहता है। एजबेस्टन की पिच पर रिवर्स स्विंग की संभावना को देखते हुए, भारत को अपने तेज गेंदबाजों से अनुशासित प्रदर्शन की जरूरत होगी। साथ ही, कुलदीप यादव जैसे स्पिनर को शामिल करके इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी रणनीति ‘बैजबॉल’ को चुनौती दी जा सकती है। भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद है कि उनकी टीम बर्मिंघम में न केवल बेहतर गेंदबाजी प्रदर्शन करेगी, बल्कि बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण में भी सुधार कर सीरीज को बराबर करने में सफल होगी।