IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 5 विकेट के नुकसान पर 310 रन बना लिए। भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 114 रन की पारी खेली, वहीं यशस्वी जायसवाल ने भी 87 रनों की शानदार पारी खेलकर सभी का ध्यान खींचा। लेकिन इस रोमांचक दिन के बीच इंग्लैंड की एक अजीब चाल भी सामने आई, जिस पर उनके ही पूर्व खिलाड़ी स्टीवन फिन ने सवाल उठाए। फिन के बयान ने बाउंड्री को लेकर बड़ा खुलासा किया, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। यह टेस्ट मैच न केवल बल्लेबाजी के लिए चर्चा में रहा, बल्कि इस विवाद ने भी सुर्खियां बटोरीं।
स्टीवन फिन ने खोली इंग्लैंड की चाल
पहले दिन के खेल के दौरान इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीवन फिन ने बीबीसी स्पोर्ट्स पर बाउंड्री को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया। फिन ने मैदान की बाउंड्री रस्सी के पास खड़े होकर कहा कि यह सामान्य से काफी छोटी दिख रही है। उनके मुताबिक, छोटी बाउंड्री बल्लेबाजों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाना आसान हो जाता है। फिन ने यह भी कहा कि इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति, जो आक्रामक बल्लेबाजी पर आधारित है, को इस छोटी बाउंड्री का फायदा मिलेगा, खासकर चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करते वक्त। इस बयान से साफ है कि इंग्लैंड ने एजबेस्टन टेस्ट जीतने के लिए बाउंड्री को छोटा करने की चाल चली, ताकि उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को और आसानी हो। इस खुलासे ने क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों के बीच हलचल मचा दी, क्योंकि यह खेल की निष्पक्षता पर सवाल उठाता है।
Why are the boundaries at Edgbaston so short for this Test?@finnysteve has a Bazball-related explanation 🤔#ENGvIND #BBCCricket pic.twitter.com/IdMr2vN0ln
— Test Match Special (@bbctms) July 2, 2025
गिल और जायसवाल ने संभाली भारतीय पारी
एजबेस्टन टेस्ट में भारतीय टीम ने तीन बड़े बदलावों के साथ उतरने का फैसला किया। जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया, जबकि अकाश दीप, वाशिंगटन सुंदर और नीतीश कुमार रेड्डी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। पहले दिन की बल्लेबाजी में यशस्वी जायसवाल ने शानदार प्रदर्शन किया और 87 रन बनाकर सेंचुरी से चूक गए। उनकी पारी में आक्रामकता और संयम का शानदार मिश्रण देखने को मिला। दूसरी ओर, सीनियर ओपनर केएल राहुल सिर्फ 2 रन बनाकर क्रिस वोक्स की गेंद पर आउट हो गए। नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने आए करुण नायर ने 31 रनों की पारी खेली, लेकिन लंच से ठीक पहले ब्रायडन कार्स की उछाल भरी गेंद पर आउट हो गए। रिशभ पंत ने भी 25 रन बनाए, लेकिन वह बड़ी पारी नहीं खेल सके। दिन के अंत में शुभमन गिल ने कप्तानी पारी खेलते हुए नाबाद शतक जड़ा और रवींद्र जडेजा (41 रन) के साथ 99 रनों की अटूट साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
भारत की मजबूत स्थिति, लेकिन इंग्लैंड की चाल पर सवाल
पहले दिन का खेल पूरी तरह से भारतीय कप्तान शुभमन गिल के नाम रहा, जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी से न केवल शतक पूरा किया, बल्कि भारत को 310/5 के स्कोर तक पहुंचाया। गिल की यह लगातार दूसरी सेंचुरी थी, जिसने उन्हें सुनील गावस्कर और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की फेहरिस्त में ला खड़ा किया। रवींद्र जडेजा ने भी उनका बखूबी साथ दिया और दिन के अंत तक 41 रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लैंड की ओर से क्रिस वोक्स ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए, जबकि बेन स्टोक्स, ब्रायडन कार्स और शोएब बशीर को एक-एक विकेट मिला। लेकिन स्टीवन फिन के बयान ने इंग्लैंड की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए। छोटी बाउंड्री की वजह से इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी को फायदा मिल सकता है, जिसे फिन ने ‘बैजबॉल’ से जोड़ा। यह विवाद भारत के लिए चुनौती बढ़ा सकता है, क्योंकि बिना जसप्रीत बुमराह के गेंदबाजी आक्रमण कमजोर दिख रहा है। दूसरे दिन गिल और जडेजा की जोड़ी भारत को 450 से ज्यादा रनों का लक्ष्य देना चाहेगी, ताकि इंग्लैंड की इस चाल का जवाब दिया जा सके।