Gold-Silver outlook: पिछले दो वर्षों में सोना और चांदी निवेशकों के लिए किसी खजाने से कम नहीं साबित हुए हैं। जहां शेयर बाजार औसत रिटर्न दे रहा था वहीं इन दोनों कीमती धातुओं ने शानदार मुनाफा कमाया है। इस साल अब तक सोने ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन बीते कुछ दिनों में चांदी की चमक तेज़ी से बढ़ी है। दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी का भाव 1.08 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है जो अब तक का सबसे ऊंचा रिकॉर्ड है। विशेषज्ञों की मानें तो अभी असली उछाल आना बाकी है और आने वाले महीनों में चांदी और ऊंचाई छू सकती है।
बुलियन बाजार के जानकारों का मानना है कि चांदी की मांग घरेलू और औद्योगिक क्षेत्रों में बढ़ रही है जिससे इसकी कीमतों में और उछाल आने की संभावना है। अनुमान है कि दीवाली तक चांदी 1.15 लाख रुपये से लेकर 1.25 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है। वहीं सोने की कीमत भी दीवाली तक 1.02 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है। केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया का कहना है कि आने वाले महीनों में चांदी, सोने से अधिक रिटर्न देने की क्षमता रखती है।

चांदी ने बना दिया निवेशकों को ‘सिल्वर किंग’
वित्त वर्ष 2024-25 में चांदी ने सोने को भी पीछे छोड़ दिया है। जहां सोना 31.37% का रिटर्न दे चुका है वहीं चांदी ने 35.56% की बढ़त दर्ज की है। इसके मुकाबले निफ्टी का रिटर्न सिर्फ 5.29%, सेंसेक्स 4.96% और बैंक निफ्टी 9.16% पर रहा है। वहीं कच्चे तेल यानी क्रूड ऑयल में 13.69% की गिरावट देखी गई है। इन आंकड़ों से यह साफ है कि जिन निवेशकों ने चांदी पर भरोसा जताया उनके लिए यह साल फायदे का सौदा साबित हो रहा है।
डॉलर कमजोर पड़ा, सोना भी बना निवेश का सुरक्षित विकल्प
सोने की कीमतों में आई बढ़त के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय कारण भी हैं। अमेरिका में टैरिफ और कर्ज संकट के चलते डॉलर कमजोर हुआ है और बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है। ऐसे समय में निवेशक सुरक्षित विकल्प की ओर रुख करते हैं और सोना सदियों से सुरक्षित निवेश का प्रतीक रहा है। एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट जतिन त्रिवेदी का कहना है कि सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ने से सोने की कीमतों में तेजी देखी गई है। हालांकि फिलहाल दिल्ली में सोने का भाव ₹97,780 प्रति 10 ग्राम है लेकिन दीवाली तक इसमें और बढ़त देखी जा सकती है।