Gold Price Today: पश्चिम एशिया में शांति की खबरों के बाद जहां एक तरफ कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई, वहीं दूसरी तरफ बुलियन मार्केट में सोने की चमक पिछले कुछ दिनों से लगातार कम हो रही है। शुक्रवार, 27 जून 2025 को सोने की कीमत में फिर से हल्की गिरावट दर्ज की गई है। आज 24 कैरेट सोना 98,930 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है, जबकि एक दिन पहले यह 98,940 रुपये पर था। वहीं, 22 कैरेट सोना आज 90,680 रुपये और 18 कैरेट सोना 74,190 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। दूसरी ओर, चांदी की कीमत में हल्की बढ़ोतरी हुई है और यह आज 1,07,890 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है, जबकि कल यह 1,07,900 रुपये पर थी। यह बदलाव वैश्विक और स्थानीय बाजारों के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है। आइए, इस बारे में और विस्तार से जानते हैं।
आपके शहर में सोने-चांदी की ताजा कीमतें
देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, चंडीगढ़, और अमरावती में 24 कैरेट सोना आज 98,930 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। वहीं, 22 कैरेट सोना इन सभी शहरों में 90,680 रुपये प्रति 10 ग्राम के हिसाब से उपलब्ध है। 18 कैरेट सोने की बात करें तो दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, चंडीगढ़, और अमरावती में यह 74,180 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है, जबकि मुंबई में यह 74,730 रुपये प्रति 10 ग्राम की कीमत पर उपलब्ध है। चांदी की कीमत पूरे देश में एकसमान 1,07,890 रुपये प्रति किलोग्राम है। ये कीमतें स्थानीय ज्वेलर्स से ली गई हैं और इनमें जीएसटी, टीसीएस, या अन्य कर शामिल नहीं हैं। सटीक कीमतों के लिए आपको अपने स्थानीय ज्वेलर से संपर्क करना चाहिए।
सोने-चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
सोने और चांदी की कीमतें हर दिन बदलती हैं, और इसके पीछे कई वैश्विक और स्थानीय कारक काम करते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में उथल-पुथल, जैसे युद्ध, शांति समझौते, या भू-राजनीतिक तनाव, सीधे तौर पर इन कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, डॉलर की कीमत में उतार-चढ़ाव, विनिमय दर, और कच्चे तेल की कीमतें भी सोने-चांदी की कीमतों पर असर डालती हैं। उदाहरण के लिए, जब डॉलर की कीमत कम होती है, तो सोना अन्य मुद्राओं में ज्यादा आकर्षक हो जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ सकती है। भारत में सोने की मांग को स्थानीय कारक, जैसे त्योहार, शादियां, और सांस्कृतिक महत्व भी प्रभावित करते हैं। इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, बुलियन मार्केट में कीमतें रोजाना तय की जाती हैं।
भारत में सोने का सामाजिक और आर्थिक महत्व
भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि संस्कृति और समृद्धि का प्रतीक है। शादियों, त्योहारों जैसे दीवाली, अक्षय तृतीया, और धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। कई परिवारों में सोने की मौजूदगी उनके आर्थिक और सामाजिक रुतबे को दर्शाती है। सोने को एक ऐसी संपत्ति माना जाता है, जो मुश्किल समय में भी परिवार की रक्षा करती है। चाहे वह आर्थिक संकट हो या महंगाई, सोना हमेशा एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है। भारतीय समाज में सोने की यह खास जगह इसे न केवल आर्थिक, बल्कि भावनात्मक और सांस्कृतिक मूल्य भी देती है। यही वजह है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े सोना उपभोक्ता देशों में से एक है।
सोना: क्यों है यह सुरक्षित निवेश?
सोना हमेशा से निवेशकों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना रहा है। जब वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बढ़ती है, जैसे शेयर बाजार में गिरावट या मुद्रा में उतार-चढ़ाव, तो निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं। इसका कारण यह है कि सोना कम जोखिम वाला और कम अस्थिर होता है, खासकर तेल या अमेरिकी डॉलर की तुलना में। इतिहास में सोने ने हमेशा महंगाई के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा दी है। चाहे कितनी भी महंगाई बढ़ जाए, सोने की कीमत लंबे समय में बढ़ती ही है, जिससे यह निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बन जाता है। इसके अलावा, सोने को आसानी से बेचा या गिरवी रखा जा सकता है, जिससे यह आपातकालीन स्थिति में भी उपयोगी है।
चांदी की कीमतों में बदलाव और भविष्य की संभावनाएं
हालांकि सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, चांदी की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी हुई है। आज चांदी 1,07,890 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही है, जो कल की तुलना में मामूली बढ़ोतरी दर्शाती है। चांदी की कीमतें भी वैश्विक बाजार, औद्योगिक मांग, और निवेशकों की रुचि पर निर्भर करती हैं। भारत में चांदी का इस्तेमाल गहनों के साथ-साथ औद्योगिक कार्यों, जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सौर ऊर्जा उपकरणों में भी होता है। पश्चिम एशिया में शांति और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में वैश्विक आर्थिक स्थिरता और मांग के आधार पर इन धातुओं की कीमतों में और बदलाव हो सकता है। अगर आप सोने या चांदी में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो बाजार के रुझानों पर नजर रखना और स्थानीय ज्वेलर से सटीक कीमतों की जानकारी लेना जरूरी है।