Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर अमेरिकी डॉलर का वैश्विक दबदबा खत्म होता है तो यह अमेरिका के लिए विश्व युद्ध हारने जैसा होगा। ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा कि वह कभी भी डॉलर को गिरने नहीं देंगे। उनका यह बयान BRICS देशों की नीति के जवाब में आया है जो अमेरिकी डॉलर की जगह अपनी मुद्रा को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं।
BRICS की मीटिंग में सन्नाटा: ट्रंप के टैरिफ ऐलान का असर
ट्रंप ने दावा किया कि जब उन्होंने BRICS देशों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की तो अगले ही दिन BRICS ने एक बैठक बुलाई लेकिन उसमें लगभग कोई देश नहीं पहुंचा। उन्होंने इसे अपनी नीति की सफलता बताया और कहा कि इस समूह को अगर समय रहते नहीं रोका गया तो यह डॉलर की स्थिरता को खतरे में डाल सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि BRICS तेजी से खत्म हो रहा है।
‘जीनियस एक्ट’ से मजबूत हो रहा डॉलर
राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘The Genius Act’ की चर्चा करते हुए कहा कि यह कानून अमेरिकी डॉलर को और अधिक मजबूत बना रहा है। उन्होंने बताया कि यह एक्ट अमेरिका की आर्थिक नीतियों को वैश्विक मंच पर मजबूती प्रदान कर रहा है। BRICS जैसे छोटे समूह डॉलर के सामने टिक नहीं सकते क्योंकि अमेरिका की वित्तीय रणनीति बहुत गहरी और ठोस है।
एक अगस्त से लागू होगी टैरिफ नीति
ट्रंप पहले भी BRICS देशों को टैरिफ नीति के जरिए घेरते रहे हैं। 7 जुलाई को उन्होंने एक बार फिर घोषणा की थी कि BRICS देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा और यह नियम 1 अगस्त से लागू होगा। उन्होंने साफ कहा कि इसकी तारीख में कोई बदलाव नहीं होगा। इससे साफ है कि ट्रंप BRICS के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए पूरी तरह से सख्त कदम उठा रहे हैं।
ट्रंप की नीतियों से अमेरिका में बढ़ी महंगाई और असंतोष
जहां एक ओर ट्रंप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर की मजबूती की बात कर रहे हैं वहीं अमेरिका में उनके फैसलों को लेकर असंतोष भी बढ़ता जा रहा है। एक हालिया सर्वे के मुताबिक ट्रंप की टैरिफ नीति से अमेरिका में महंगाई तेजी से बढ़ी है। साथ ही उनके ‘Big Beautiful Bill’ से सामाजिक कल्याण योजनाओं में कटौती हुई है जिससे 11 मिलियन लोग हेल्थ इंश्योरेंस से बाहर हो जाएंगे। Medicaid जैसी सुविधा भी सीमित कर दी गई है।