मिलिए छोटी मेहरा से
छोटा कद, लेकिन हौसले बड़े! छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण पुरस्कार 2024 की विजेता, जिन्होंने अपनी मेहनत और हिम्मत से साबित कर दिया कि सपने ऊँचाई से नहीं, हौसले से ऊँचे होते हैं!

कवर्धा :– छोटे कद और दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी मेहनत लगन और आत्मविश्वास से न केवल समाज की धारणा को चुनौती दी बल्कि खेल के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई। उनका संघर्ष यह साबित करता है कि अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी कठिनाई इंसान को अपने लक्ष्य से दूर नहीं कर सकती।
छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा दिया गया गुण्डाधूर सम्मान एक बहुत बड़ा सम्मान है और यह छोटी मेहरा की कड़ी मेहनत का परिणाम है। उन्होंने ना केवल व्यक्तिगत स्तर पर खुद को साबित किया है बल्कि उन हजारों दिव्यांगों के लिए भी एक प्रेरणा स्त्रोत बनी हैं जो शारीरिक रूप से पूर्ण रूप से सक्षम नहीं होते हुए भी अपनी कड़ी मेहनत और उम्मीदों से बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।
राज्य और केंद्र सरकारों से यह अपेक्षा है कि वे ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों को उचित अवसर और समर्थन दें ताकि वे अपनी स्थिति सुधार सकें और समाज में और भी बेहतर योगदान दे सकें।
:- छोटी मेहरा जैसे प्रेरक व्यक्तित्व ही समाज को सही दिशा दिखाते हैं उन्हें सरकार से दी जाने वाली सहायता जल्द ही प्राप्त होगी।