Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार 5 जुलाई को नगर निगम की एक पुरानी पाइपलाइन अचानक फट गई। पाइपलाइन फटते ही लाखों लीटर पीने का पानी सड़कों पर बहने लगा। यह घटना महावीर चौक के पास स्थित बिजली कार्यालय के पास हुई। तेज दबाव की वजह से पानी का लगभग 12 फीट ऊंचा फव्वारा निकलने लगा और एक घंटे तक सड़क पर पानी बहता रहा। इस घटना के कारण रायपुर के मौबा, जौरा और सरदू इलाकों के करीब तीन लाख लोगों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ा।
40 साल पुरानी पाइपलाइन बनी मुसीबत
जानकारी के मुताबिक, नगर निगम की यह मुख्य पाइपलाइन करीब 30 से 40 साल पुरानी है। समय-समय पर बढ़ते दबाव की वजह से पहले भी कई जगहों पर यह पाइपलाइन टूट चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पाइपलाइन की खराब हालत को लेकर निगम को पहले भी कई बार शिकायत दी गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नतीजतन, शनिवार को एक बार फिर यह पुरानी पाइपलाइन तेज दबाव नहीं झेल पाई और फट गई। इससे जहां लाखों लीटर पानी सड़कों पर बह गया, वहीं लोगों को अगली सुबह पानी के लिए तरसना पड़ा।
तीन लाख लोग रहे प्यासे, टंकियों तक नहीं पहुंच पाया पानी
पाइपलाइन फटने की वजह से मौबा, जौरा और सरदू जैसे बड़े इलाकों में पानी की टंकियां नहीं भर पाईं। इन इलाकों में रोजाना हजारों परिवार नगर निगम द्वारा सप्लाई किए जाने वाले पानी पर निर्भर रहते हैं। लेकिन शनिवार की इस घटना के चलते रविवार को भी लोगों को नल नहीं चले और पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। जिन इलाकों में पानी का संकट पैदा हुआ, वहां लोगों ने टैंकर की मांग की लेकिन प्रशासन की ओर से कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई। पानी की कमी के कारण लोग नाराज दिखे और सोशल मीडिया पर भी निगम की लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई गई।
सड़क पर लगा लंबा जाम, निगम की टीम मौके पर पहुंची
तेज दबाव से पानी सड़क पर बहने लगा जिससे ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। कई गाड़ियां पानी में फंस गईं और महावीर चौक के आसपास लंबा जाम लग गया। लोगों को घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और मरम्मत का काम शुरू किया गया। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब रायपुर में इस तरह की घटना सामने आई हो। इससे पहले 9 जून को भी एक पुरानी पाइपलाइन फटी थी और लाखों लीटर पानी सड़क पर बह गया था। इसके बावजूद पुरानी पाइपलाइनों को बदलने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गई है।