Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में शनिवार, 22 जून 2025 की रात को जामा मस्जिद में दो गुटों के बीच जमकर हंगामा और मारपीट हुई। यह घटना एक सामाजिक बैठक के दौरान हुई, जिसमें बात इतनी बढ़ गई कि हाथापाई तक पहुंच गई। बताया जा रहा है कि इस झगड़े में करीब 25 लोग शामिल थे, जिनमें से कुछ लोग नागपुर से आए थे। यह मामला कटघोरा थाना क्षेत्र की पुरानी बस्ती का है। इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है, और अब पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं, और यह मामला अब सामाजिक तनाव का रूप लेता दिख रहा है। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
क्या है पूरा मामला?
22 जून की रात करीब 9:30 बजे कोरबा की जामा मस्जिद में एक सामाजिक बैठक चल रही थी। इस बैठक का मकसद समाज के कुछ मुद्दों पर चर्चा करना था। इसमें स्थानीय लोग और कुछ बाहरी लोग, जिनमें नागपुर से आए कुछ सदस्य भी शामिल थे, मौजूद थे। बैठक के दौरान किसी मुद्दे पर बहस शुरू हुई, जो धीरे-धीरे गर्मागर्मी में बदल गई। देखते ही देखते दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए, और बात इतनी बढ़ी कि मारपीट शुरू हो गई। इस झगड़े में एक शख्स, लईक मोहम्मद, को गंभीर चोटें आईं। लईक ने इस हमले के लिए डॉ. शेख इश्तियाक के परिवार और उनके साथ आए करीब 25 लोगों पर आरोप लगाया है। इस घटना का वीडियो मस्जिद में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गया, जिसमें कुछ लोग मारपीट और धक्का-मुक्की करते दिख रहे हैं।
लईक मोहम्मद का आरोप: जान को खतरा
लईक मोहम्मद ने कटघोरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने डॉ. शेख इश्तियाक के परिवार और उनके साथियों पर हमला करने का आरोप लगाया है। लईक का कहना है कि इस झगड़े में उन्हें पेट में चोटें आई हैं, और वे मानसिक रूप से भी डरे हुए हैं। उन्होंने पुलिस से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि उन्हें अपनी जान को खतरा महसूस हो रहा है। लईक ने अपनी शिकायत में मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद रागिब, मोहम्मद राशिद, अब्दुल्ला, और शेख सरफराज सहित 25 लोगों के नाम लिए हैं। उनका आरोप है कि इन लोगों ने न केवल उन पर हमला किया, बल्कि गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी भी दी। लईक का कहना है कि इस तरह की हिंसा सामाजिक माहौल को खराब कर सकती है, और इसमें बाहरी लोगों की भूमिका भी संदिग्ध है।
नागपुर कनेक्शन: साजिश का शक
लईक मोहम्मद ने अपनी शिकायत में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनका कहना है कि इस हमले की साजिश में नागपुर के कुछ लोग शामिल हैं। उन्होंने मास्टर शरीफ और एक अन्य शख्स एख्तिहार का नाम लिया, जो नागपुर से आए थे और बैठक में मौजूद थे। लईक का दावा है कि डॉ. शेख इश्तियाक का गैंग लीडर नागपुर में रहता है, और इस घटना को भड़काने में उसी की मुख्य भूमिका थी। लईक ने यह भी बताया कि उनके परिवार के कुछ सदस्य और भतीजे भी नागपुर में रहते हैं, जिसके चलते वे और ज्यादा चिंतित हैं। इस बाहरी कनेक्शन ने मामले को और जटिल बना दिया है। पुलिस अब इस नागपुर कनेक्शन की भी जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह झगड़ा सुनियोजित था या फिर अचानक हुआ।
CCTV फुटेज से जांच में तेजी
कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से शिकायतें मिली हैं। पुलिस ने जामा मस्जिद में लगे CCTV कैमरे की फुटेज अपने कब्जे में ले ली है और उसकी बारीकी से जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह मामला आपसी विवाद का है, लेकिन पुलिस किसी भी तरह की जल्दबाजी में निष्कर्ष नहीं निकालना चाहती। CCTV फुटेज में कुछ लोग मारपीट और धक्का-मुक्की करते दिख रहे हैं, जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। थाना प्रभारी ने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की चुनौतियां
इस घटना ने कोरबा के सामाजिक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है, और जांच अब थाना स्तर से जिला स्तर तक पहुंच गई है। कटघोरा पुलिस ने CCTV फुटेज के अलावा प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज किए हैं। पुलिस का कहना है कि बाहरी लोगों की भूमिका की आशंका को भी खारिज नहीं किया जा सकता। इस तरह की घटनाएं सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ सकती हैं, इसलिए पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है। साथ ही, स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि सामाजिक बैठकों में छोटी-छोटी बातें कैसे बड़े विवाद का रूप ले लेती हैं। पुलिस अब इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की दिशा में काम कर रही है।