Bageshwar Dham Accident: छतरपुर के बागेश्वर धाम में तेज बारिश के दौरान एक टिन शेड गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह हादसा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के जन्मदिन से एक दिन पहले यानी 3 जुलाई को हुआ। हादसे के बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं अब इस पूरे मामले पर बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान सामने आया है। उन्होंने साफ कहा कि यह हादसा जितना बड़ा मीडिया में दिखाया जा रहा है उतना गंभीर नहीं था।
धीरेंद्र शास्त्री ने बताया हादसे का असली कारण
धीरेंद्र शास्त्री ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “यहां बारिश बहुत ज्यादा हुई जिसके चलते एक पुराना तंबू था उस पर पॉलीथीन में पानी भर गया। उस तंबू में पाइप लगी थी और वही एक छोटी पाइप गिर गई। टिन शेड जैसा कुछ भी नहीं गिरा। लेकिन किसी ने अफवाह उड़ा दी कि भारी टिन शेड गिर गया और बड़ा हादसा हो गया। यह बात बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई। अब वहां दरबार भी नहीं लगता, पहले लगता था। बस 4-5 लोग बारिश से बचने के लिए बैठे थे जिन्हें थोड़ी चोट लगी।” उन्होंने इसे मीडिया की अतिशयोक्ति करार देते हुए अपील की कि तथ्यात्मक जानकारी ही फैलाई जाए।
अयोध्या के युवक की मौत से दुखी हैं धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे बताया कि “एक व्यक्ति अयोध्या से आया था जो तंबू के अंदर सो रहा था। बारिश से बचने के लिए वह लेटा हुआ था। उसे थोड़ा ज्यादा चोट लग गई। तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां पता चला कि उसकी हालत बहुत गंभीर है और बाद में उसकी मृत्यु हो गई। हमें बहुत दुख हुआ। वह भी हमारा ही परिवार था। इसीलिए हमने तय किया कि आज और कल के सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए जाएं।” उन्होंने कहा कि जब किसी अपने को चोट लगती है तो वह दर्द हम सबका होता है।
दुकानदारों से की विशेष अपील, बारिश से सुरक्षा रखें मजबूत
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी दुकानदारों और श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि “प्राकृतिक बारिश भगवान की इच्छा है। कहीं बिजली गिरती है तो कहीं बादल फटते हैं। इस पर किसी का वश नहीं होता। सभी कह रहे थे कि कार्यक्रम बंद न किया जाए लेकिन हमने नहीं माना। हम कथा को तो नहीं रोक सकते लेकिन बाकी कार्यक्रमों को टाल सकते हैं। हमारी सभी से गुजारिश है कि जो लोग पॉलीथीन लगाते हैं वो अब मजबूत सामग्री का इस्तेमाल करें। बारिश यहां अक्सर तेज होती है और लाखों लोग आते हैं। दुकानें और टेंट मजबूत हों ताकि कोई अनहोनी न हो।”