Amarnath Yatra को बृहस्पतिवार को खराब मौसम और फिसलन भरे रास्तों के कारण एहतियातन रोक दिया गया था। भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हो गया था और पैदल मार्ग असुरक्षित हो गए थे। इससे प्रशासन को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा को एक दिन के लिए निलंबित करना पड़ा।
मरम्मत के बाद रास्ते हुए सुरक्षित
बारिश रुकने के बाद बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) और राहत टीमों ने युद्धस्तर पर मरम्मत का काम शुरू किया। पथरीले और खतरनाक रास्तों को साफ कर श्रद्धालुओं के लिए फिर से सुरक्षित बनाया गया। अधिकारियों के अनुसार गुरुवार सुबह तक ही ट्रैक को चढ़ाई योग्य बना दिया गया था और मौसम विभाग की अनुमति के बाद यात्रा दोबारा शुरू की गई।

दोनों मार्गों से फिर शुरू हुई यात्रा
शुक्रवार को मौसम सुधरने के बाद बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से अमरनाथ यात्रा दोबारा शुरू कर दी गई। आज सुबह से ही हजारों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पवित्र गुफा की ओर रवाना हुए। प्रशासन ने कहा कि यात्रा के दोबारा शुरू होने से अब रुके हुए श्रद्धालु भी गुफा तक पहुंच सकेंगे और दर्शन कर सकेंगे।
रुके हुए श्रद्धालुओं को मिली अनुमति
बृहस्पतिवार को जहां किसी भी श्रद्धालु को आधार शिविर से आगे नहीं बढ़ने दिया गया था वहीं मार्ग में पहले से रुके हुए 5,110 श्रद्धालुओं को विशेष अनुमति के साथ अपनी यात्रा पूरी करने दी गई। प्रशासन ने कहा कि सभी यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर कदम सोच-समझ कर उठाया गया है।
अब तक 2.56 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
अधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष की यात्रा के पहले 15 दिनों में 2.56 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। शुक्रवार सुबह जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से 7,908 तीर्थयात्रियों का 16वां जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना किया गया। यह जत्था पहलगाम और बालटाल मार्ग से यात्रा करेगा।