उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते Kedarnath Yatra को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। सोमवार को मौसम विभाग ने रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। इसी के चलते यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया गया है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। बारिश की वजह से पहाड़ों में फिसलन बढ़ गई है और रास्तों पर मलबा जमा हो गया है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा को रोकने का फैसला लिया है।
अलकनंदा नदी का बढ़ा जलस्तर और बद्रीनाथ मार्ग बंद
रुद्रप्रयाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि, राहत की बात यह है कि यह जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे बना हुआ है। वहीं बद्रीनाथ जाने वाला रास्ता भी भूस्खलन के कारण बंद हो गया है जिससे श्रद्धालुओं की परेशानी और बढ़ गई है। गौरीकुंड में भी मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है ताकि केदारनाथ यात्रा को जल्द से जल्द फिर से शुरू किया जा सके। इस बीच, प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और यात्रियों से संयम बरतने की अपील कर रहा है।
#WATCH | Heavy rainfall in Rudraprayag and adjacent areas of Uttarakhand has increased the water flow in the Alaknanda River. However, the river is still flowing below the danger mark.
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— ANI (@ANI) July 7, 2025
भूस्खलन से फंसे 40 श्रद्धालुओं को किया गया रेस्क्यू
उत्तराखंड में इन दिनों लगातार बारिश की वजह से कई जगह भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। हाल ही में सोनप्रयाग में बारिश के चलते एक बड़ा भूस्खलन हुआ था जिसमें केदारनाथ से लौट रहे 40 से ज्यादा श्रद्धालु फंस गए थे। लेकिन SDRF की टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके अलावा राज्य के कई हिस्सों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है। बरकोट के पास हाल ही में एक बादल फटने की घटना भी सामने आई थी जिससे लोगों में डर का माहौल है।
चार जिलों में भूस्खलन का खतरा, सतर्क रहने की अपील
मौसम विभाग ने 7 और 8 जुलाई के लिए उत्तराखंड के चार जिलों — टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी — में भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। इन जिलों में रहने वाले लोगों और यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं से सतर्क रहने को कहा गया है। प्रशासन की ओर से लगातार यात्रियों को अपडेट दिया जा रहा है और स्थानीय स्तर पर भी पुलिस और राहत दल तैनात किए गए हैं। बता दें कि केदारनाथ यात्रा हिंदू धर्म की एक पवित्र तीर्थयात्रा है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह यात्रा चार धामों — यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ — का हिस्सा है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।