Cyber Fraud: आजकल साइबर ठग आपके बैंक अकाउंट पर नजर गड़ाए हुए हैं और हर दिन नए-नए हथकंडे अपनाकर आपकी मेहनत की कमाई लूटने की फिराक में रहते हैं। भारत सरकार ने हाल ही में एक फर्जी ट्रेडिंग ऐप ‘5पिट ट्रेड’ को लेकर चेतावनी जारी की है, जो आपके अकाउंट को खाली कर सकता है। इस फर्जी ऐप की जानकारी गृह मंत्रालय के तहत चलने वाली साइबर सुरक्षा जागरूकता पहल ‘साइबर दोस्त’ ने दी है। यह ऐप दिखने में बिल्कुल असली ट्रेडिंग ऐप 5पैसा जैसा लगता है, जिसके चलते लोग आसानी से इसके जाल में फंस सकते हैं। सरकार ने लोगों से अपील की है कि अगर उनके फोन में यह ऐप है, तो इसे तुरंत हटाएं और अपने बैंक डिटेल्स को सुरक्षित करें। यह चेतावनी डिजिटल दुनिया में बढ़ते साइबर अपराधों के खिलाफ एक बड़ा कदम है।
ठगों का खेल: नकली ऐप्स की साजिश
साइबर ठग इतने चालाक होते हैं कि वे असली ऐप्स की हू-ब-हू नकल बनाकर लोगों को बेवकूफ बनाते हैं। ये फर्जी ऐप्स दिखने में इतने सही लगते हैं कि आम लोग इन्हें असली समझकर डाउनलोड कर लेते हैं। 5पिट ट्रेड जैसे ऐप्स का लोगो और डिजाइन 5पैसा जैसे वैध ट्रेडिंग ऐप से मिलता-जुलता होता है। लोग इन ऐप्स पर भरोसा करके अपने अकाउंट बनाते हैं और अपनी निजी जानकारी, जैसे बैंक खाते की डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड नंबर और पासवर्ड, दे देते हैं। एक बार यह जानकारी ठगों के हाथ लग जाए, तो वे आसानी से आपके अकाउंट से पैसे उड़ा सकते हैं। साइबर दोस्त ने बताया कि ऐसे ऐप्स न केवल आपकी मेहनत की कमाई चुराते हैं, बल्कि आपकी गोपनीय जानकारी को भी खतरे में डालते हैं। इसलिए, किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता जांचना बेहद जरूरी है।
5पिट ट्रेड से खतरा: तुरंत हटाएं
5पिट ट्रेड जैसे फर्जी ऐप्स का जाल इतना खतरनाक है कि अगर आप इसमें फंस गए, तो आपका बड़ा नुकसान हो सकता है। इस ऐप का लोगो 5पैसा जैसा बनाया गया है, जिसके चलते कई लोग इसे असली समझकर डाउनलोड कर चुके हैं। अगर आपके फोन में भी यह ऐप इंस्टॉल है, तो सरकार ने साफ कहा है कि इसे तुरंत डिलीट कर दें। लेकिन ऐप हटाने से पहले एक जरूरी काम करना न भूलें। आपको पहले इस ऐप से अपनी बैंक डिटेल्स, कार्ड की जानकारी और दूसरी निजी जानकारियां हटानी होंगी। अगर आप ऐसा नहीं करते, तो आपकी संवेदनशील जानकारी साइबर ठगों के पास बनी रह सकती है, और वे बाद में भी इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। साइबर दोस्त ने यह भी बताया कि ऐसे ऐप्स अक्सर आपके फोन के डेटा तक पहुंचने की अनुमति मांगते हैं, जिससे आपकी गोपनीयता और पैसे दोनों खतरे में पड़ सकते हैं।
⚠️ फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स से बचें!
‘5pit Trade’ जैसे ऐप असली ब्रोकिंग कंपनी बनकर ठग रहे हैं।✅ केवल NSE/BSE जैसी साइट्स से वेरिफाइड ऐप्स डाउनलोड करें।
📲 रिपोर्ट करें, सतर्क रहें।#CyberDost #FraudAlert #StaySafeOnline pic.twitter.com/zevAs4sQ7S
— CyberDost I4C (@Cyberdost) July 3, 2025
साइबर दोस्त की चेतावनी और सोशल मीडिया पोस्ट
साइबर दोस्त, जो भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत साइबर सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाने का काम करता है, ने अपने आधिकारिक X अकाउंट पर 3 जुलाई 2025 को एक पोस्ट शेयर की। इस पोस्ट में 5पिट ट्रेड ऐप की तस्वीर के साथ चेतावनी दी गई है। अगर आप इस तस्वीर को गौर से देखें, तो इसमें ऐपल ऐप स्टोर का लोगो नजर आता है, जो इस बात का संकेत देता है कि यह ऐप पहले ऐपल स्टोर पर उपलब्ध था। साइबर दोस्त ने लिखा, “फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स से बचें! 5पिट ट्रेड जैसे ऐप असली ब्रोकिंग कंपनी बनकर ठग रहे हैं। केवल NSE/BSE जैसी साइट्स से वेरिफाइड ऐप्स डाउनलोड करें।” इस पोस्ट में लोगों से अपील की गई कि अगर उन्हें किसी संदिग्ध ऐप या लिंक की जानकारी मिले, तो तुरंत www.cybercrime.gov.in पर या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें। यह कदम लोगों को साइबर ठगी से बचाने में मदद करेगा।
साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें?
साइबर दोस्त ने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी सत्यता जरूर जांच लें। केवल विश्वसनीय स्रोतों, जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) या आरबीआई से मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म्स से ही ऐप्स डाउनलोड करें। इसके अलावा, ऐप डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यूज, डेवलपर की जानकारी और डाउनलोड की संख्या पर ध्यान दें। अगर कोई ऐप आपसे जरूरत से ज्यादा अनुमतियां मांगता है, जैसे आपके फोन के कॉन्टैक्ट्स, मैसेज या कैमरे तक पहुंच, तो उसे तुरंत रिजेक्ट करें। साइबर ठगी से बचने के लिए अपनी निजी जानकारी, जैसे बैंक खाता नंबर, पासवर्ड या ओटीपी, किसी के साथ साझा न करें। अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल, मैसेज या ऐप दिखे, तो तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। साइबर दोस्त की यह सलाह हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी है, जो ऑनलाइन ट्रेडिंग या वित्तीय ऐप्स का इस्तेमाल करता है।
साइबर सुरक्षा के लिए सरकार की पहल
भारत सरकार का साइबर दोस्त अभियान साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का एक बड़ा प्रयास है। यह गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) द्वारा चलाया जाता है, जिसका मकसद साइबर क्राइम को रोकना और लोगों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति शिक्षित करना है। I4C ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) शुरू किया है, जहां लोग साइबर ठगी, हैकिंग, पहचान की चोरी या ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत आसानी से दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा, साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 भी 24×7 उपलब्ध है। सरकार ने हाल के वर्षों में साइबर अपराधों में 900% की बढ़ोतरी दर्ज की है, जिसके चलते ऐसी जागरूकता पहल और सख्ती जरूरी हो गई है। 5पिट ट्रेड जैसे फर्जी ऐप्स की चेतावनी इस बात का सबूत है कि सरकार डिजिटल दुनिया में लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर है। लेकिन इसके लिए आम लोगों को भी जागरूक और सतर्क रहना होगा, ताकि वे साइबर ठगों के जाल में न फंसें।