MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। एक 19 साल का छात्र भोपाल में ऑनलाइन ड्रग्स मंगवाकर LSD (Lysergic Acid Diethylamide) की तस्करी कर रहा था। भोपाल क्राइम ब्रांच ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) दिल्ली की भोपाल शाखा के इनपुट पर इस छात्र को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच और NCB की संयुक्त कार्रवाई में इस नशे के सौदागर को रंगे हाथों पकड़ा गया। यह मामला न केवल भोपाल में ड्रग तस्करी की बढ़ती समस्या को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे युवा पीढ़ी इस दलदल में फंस रही है। इस घटना ने पुलिस और समाज को सतर्क कर दिया है।
भोपाल क्राइम ब्रांच ने 19 साल के छात्र करण शर्मा को LSD ड्रग्स की बड़ी खेप के साथ गिरफ्तार किया है। करण 12वीं पास है और इन दिनों बैंकिंग परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके पिता की चांदबाद इलाके में किराने की दुकान है। करण डार्क वेब पर मौजूद एक वेबसाइट ‘DAUNT LINK’ के जरिए ड्रग्स ऑर्डर करता था और फिर टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए इन्हें सप्लाई करता था। पुलिस ने उसके पास से 1.96 ग्राम LSD बरामद की है, जो एक गंभीर अपराध है। करण के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह पहले भी इस तरह के ड्रग्स के पार्सल मंगवा चुका है। यह खुलासा इस मामले की गंभीरता को और बढ़ाता है।
कैसे पकड़ा गया करण शर्मा?
इस पूरे ऑपरेशन की शुरुआत तब हुई, जब NCB भोपाल को खबर मिली कि केरल से एक पार्सल के जरिए LSD ड्रग्स भोपाल के सिकंदरी सराय पोस्ट ऑफिस, चांदबाद रोड पर करण शर्मा के नाम से आने वाला है। इस सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच ने एक जाल बिछाया। उनकी टीम ने एक पुलिसकर्मी को डाकिया बनाकर पोस्टमैन के साथ भेजा। जैसे ही पोस्टमैन सिकंदरी सराय के पते पर पहुंचा और करण शर्मा को पार्सल लेने के लिए बुलाया, करण ने पार्सल लिया और रसीद पर दस्तखत किए। ठीक उसी वक्त क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे धर दबोचा। जब करण से पार्सल के बारे में पूछा गया, तो उसने बताया कि उसने अपने मोबाइल फोन के जरिए डार्क वेब से LSD ड्रग्स ऑर्डर किया था। पार्सल का नंबर चेक करने पर वह NCB के इनपुट से मेल खा गया। यह सुनियोजित ऑपरेशन भोपाल में ड्रग तस्करी के खिलाफ बड़ी कामयाबी है।
क्या है LSD ड्रग और इसका असर?
LSD का पूरा नाम है Lysergic Acid Diethylamide। यह एक खतरनाक hallucinogenic ड्रग है, जो इंसान की मानसिक स्थिति को गहराई से प्रभावित करता है। इस ड्रग को लेने वाला व्यक्ति अपनी सोच, भावनाओं, संवेदनाओं और समय की समझ को पूरी तरह खो सकता है। यह ड्रग इतना खतरनाक है कि इसे छोटी मात्रा में भी लेना गंभीर मानसिक और शारीरिक नुकसान पहुंचा सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत बहुत ज्यादा है, क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध नहीं होता और इसका प्रभाव बहुत तीव्र होता है। भोपाल जैसे शहर में इस तरह के ड्रग की तस्करी का सामने आना चिंता की बात है, क्योंकि यह युवाओं को नशे की लत की ओर धकेल सकता है।
डार्क वेब और टेलीग्राम का दुरुपयोग
इस मामले ने डार्क वेब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे टेलीग्राम के गलत इस्तेमाल को भी उजागर किया है। करण शर्मा ने बताया कि उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर डार्क वेब के जरिए ड्रग्स ऑर्डर करने का तरीका सीखा था। डार्क वेब एक ऐसी छिपी हुई इंटरनेट दुनिया है, जहां गैरकानूनी गतिविधियां जैसे नशे की तस्करी, हथियारों की खरीद-फरोख्त और अन्य अपराध आसानी से किए जाते हैं। करण टेलीग्राम और व्हाट्सएप के प्राइवेट ग्रुप्स का हिस्सा था, जहां वह क्लाइंट्स से संपर्क करता और ड्रग्स की सप्लाई करता था। पुलिस अब इन ग्रुप्स की जांच कर रही है ताकि इस नेटवर्क के अन्य लोगों का पता लगाया जा सके। यह मामला डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के दुरुपयोग और युवाओं के बीच बढ़ते नशे की लत को दर्शाता है।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की चुनौतियां
भोपाल क्राइम ब्रांच और NCB की इस संयुक्त कार्रवाई को ड्रग तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि इस ऑपरेशन में NCB भोपाल की मदद से इस नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ। पुलिस अब इस ड्रग सप्लाई चेन को पूरी तरह खत्म करने के लिए और गहराई से जांच कर रही है। वे उन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जो करण को ड्रग्स सप्लाई कर रहे थे और जो इसके खरीदार थे। यह मामला भोपाल में LSD तस्करी का पहला बड़ा मामला माना जा रहा है, जिसने पुलिस को और सतर्क कर दिया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए डिजिटल निगरानी बढ़ाने और युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करने की जरूरत है। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने बच्चों पर नजर रखनी होगी और उन्हें सही दिशा दिखानी होगी।