Tamil Nadu Fire Cracker Factory Blast: तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले के सिवाकासी में मंगलवार 1 जुलाई 2025 को एक भीषण हादसा हो गया। चिन्नाकामनपट्टी इलाके में स्थित एक निजी पटाखा निर्माण फैक्ट्री में अचानक जबरदस्त धमाका हुआ। इस हादसे में कम से कम 5 मजदूरों की मौत हो गई है जिनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। धमाका इतना तेज था कि पूरी फैक्ट्री ध्वस्त हो गई और चारों तरफ मलबा ही मलबा बिखर गया। फैक्ट्री से निकलता धुआं और पटाखों के फटने की आवाज़ कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई जिससे आसपास के गांवों में दहशत फैल गई।
धमाके के बाद मची अफरा-तफरी
धमाके के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। आग इतनी तेजी से फैली कि मजदूरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। घायल मजदूरों को तुरंत एंबुलेंस से पास के अस्पतालों में भेजा गया। फायर एंड रेस्क्यू डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि आग पर अब काबू पा लिया गया है और मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। घटनास्थल की तस्वीरें दिल दहलाने वाली थीं जहां चारों तरफ राख, टूटी दीवारें और जले हुए सामान नजर आ रहे थे।
रासायनिक मिश्रण बना मौत का कारण
प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि यह विस्फोट उस समय हुआ जब फैक्ट्री के अंदर रासायनिक पदार्थों को मिलाने का काम चल रहा था। बताया जा रहा है कि रसायनों को मिलाते समय घर्षण पैदा हुआ जिससे चिंगारी उठी और एक ही पल में आग ने जोर पकड़ लिया। चंद मिनटों में पूरी यूनिट आग की लपटों में घिर गई और जोरदार धमाके के साथ तबाही मच गई। फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे मजदूरों को संभलने का भी समय नहीं मिला और हादसा होते ही कई जिंदगियां खत्म हो गईं।
पुलिस और राजस्व विभाग कर रहे जांच
धमाके के बाद पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह फैक्ट्री एक निजी पटाखा निर्माण इकाई थी जो सिवाकासी के पास स्थित है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं। साथ ही, फैक्ट्री में कितने मजदूर काम कर रहे थे और हादसे के समय कितने अंदर मौजूद थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या फैक्ट्री के पास रासायनिक भंडारण की अनुमति थी या नहीं। इस घटना ने फिर से पटाखा उद्योग में सुरक्षा मानकों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।