MP News: मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जिसमें एक युवती ने अपनी ही दोस्त पर तेजाब फेंक दिया। ये मामला अवधपुरी कॉलोनी का है जहां रविवार देर रात 23 साल की श्रद्धा दास पर उसकी 22 साल की दोस्त इशिता साहू ने तेजाब फेंका। पुलिस ने सोमवार को इस मामले की पुष्टि की और बताया कि इशिता को हिरासत में ले लिया गया है। श्रद्धा दास को इस हमले में 40 से 45 प्रतिशत जलने की चोटें आई हैं और फिलहाल वह अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हैं। यह घटना न केवल डराने वाली है बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि आखिर दोस्ती में ऐसा क्या हुआ कि एक दोस्त ने दूसरी की ज़िंदगी को ही आग में झोंक दिया।
कॉलेज फ्रेंड थीं दोनों लेकिन एक महीने से बातचीत बंद थी
पुलिस के अनुसार श्रद्धा और इशिता दोनों ज्ञान गंगा कॉलेज की छात्राएं हैं और पहले आपस में अच्छी दोस्त थीं। लेकिन पिछले एक महीने से दोनों के बीच बातचीत बंद थी। अभी तक हमले के पीछे की असली वजह सामने नहीं आई है। पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और इशिता से पूछताछ कर रही है ताकि हमले की असली वजह का खुलासा हो सके। इस घटना ने कॉलेज और आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बना दिया है। लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि एक पढ़ी-लिखी छात्रा इतनी खौफनाक हरकत कैसे कर सकती है।
जबलपुर में दूसरी दिल दहला देने वाली घटना
तेजाब हमले की खबर से जबलपुर अभी उभरा भी नहीं था कि एक और रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आ गई। जबलपुर के गोहलपुर थाना क्षेत्र के चंडाल भाटा इलाके में कुछ बदमाशों ने एक युवक को तालिबानी तरीके से सज़ा दी। युवक को पहले नंगा किया गया फिर ज़मीन पर लिटाकर बेरहमी से लात-घूंसे मारे गए। यही नहीं इस बर्बरता का वीडियो भी बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वीडियो पर लिखा गया ‘ओनली सूर्य मालिक शहर में’ जो अब तेजी से फैल रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि तीन-चार लोग उस युवक को पीट रहे हैं और उसकी चीखें गूंज रही हैं।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई लेकिन सवाल अभी भी कायम
इस शर्मनाक वीडियो के सामने आने के बाद जबलपुर पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि यह घटना चंडाल भाटा इलाके में हुई है और वे अब न सिर्फ इन अपराधियों की पहचान कर रहे हैं बल्कि इनके आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। ताकि इनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सके। इन दोनों घटनाओं ने जबलपुर की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग कह रहे हैं कि जब शहर में पढ़ी-लिखी छात्राएं तेजाब फेंक रही हैं और खुलेआम युवक को तालिबानी सज़ा दी जा रही है तो आम आदमी की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा। पुलिस प्रशासन के लिए ये घटनाएं एक चेतावनी हैं कि अब समय आ गया है जब अपराध पर नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।