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Microsoft अब नंबर दो, Nvidia ने चिप पावर से दुनिया की सबसे कीमती कंपनी का ताज पाया

On: June 26, 2025 12:39 PM
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Microsoft अब नंबर दो, Nvidia ने चिप पावर से दुनिया की सबसे कीमती कंपनी का ताज पाया
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सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी Nvidia के शेयरों में बुधवार, 26 जून 2025 को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। इस दिन कंपनी के शेयरों में 4.33 प्रतिशत की तेजी आई, जिसके चलते इसकी मार्केट कैप बढ़कर 3.763 ट्रिलियन डॉलर हो गई। इस बढ़त के साथ Nvidia ने माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी का ताज हासिल कर लिया। माइक्रोसॉफ्ट अब 3.658 ट्रिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ दूसरे स्थान पर है। यह खबर टेक इंडस्ट्री में हलचल मचा रही है, क्योंकि Nvidia की यह उड़ान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते दबदबे की गवाही दे रही है। आइए, इस पूरे मामले को और करीब से समझते हैं कि Nvidia की इस शानदार उछाल के पीछे क्या कारण हैं।

Nvidia के शेयरों में उछाल का कारण

Nvidia के शेयर बुधवार को 4.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 154.10 डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए। इस तेजी का मुख्य कारण लूप कैपिटल की एक हालिया रिपोर्ट रही, जिसमें कंपनी ने Nvidia के शेयरों का टारगेट प्राइस 175 डॉलर से बढ़ाकर 250 डॉलर कर दिया। लूप कैपिटल ने Nvidia के शेयरों पर अपनी ‘बाय’ रेटिंग भी बरकरार रखी। रॉयटर्स के हवाले से लूप कैपिटल के विश्लेषक आनंद बरुआ ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, और मार्केट अब जेनरेटिव AI को अपनाने की ‘गोल्डन वेव’ में प्रवेश कर चुका है। इस वजह से Nvidia की डिमांड पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो गई है। Nvidia के चिप्स, खासकर ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (जीपीयू), AI टेक्नोलॉजी के लिए जरूरी हैं, और इनकी मांग में लगातार इजाफा हो रहा है।

AI की दुनिया में Nvidia का दबदबा

Nvidia की यह उछाल कोई अचानक नहीं है। कंपनी पिछले कुछ सालों से AI और डेटा सेंटर चिप्स के बाजार में अपनी बादशाहत कायम कर चुकी है। Nvidia के जीपीयू का इस्तेमाल मेटा, गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियां अपने AI मॉडल्स को ट्रेन करने और चलाने के लिए करती हैं। हाल ही में Nvidia ने अपनी नई ब्लैकवेल चिप लॉन्च की, जिसकी डिमांड इतनी ज्यादा है कि यह अगले 12 महीनों तक के लिए प्री-ऑर्डर पर बुक हो चुकी है। इसके अलावा, कंपनी के सीईओ जेन्सन हुआंग ने कहा कि Nvidia अब हर साल नई चिप्स लॉन्च करेगी ताकि AI की तेजी से बदलती दुनिया में अपनी बढ़त बनाए रखे। यह रणनीति Nvidia को टेक इंडस्ट्री में और मजबूत कर रही है।

दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों की दौड़

Nvidia, माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल लंबे समय से दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने की होड़ में हैं। जून 2025 की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट ने Nvidia को पछाड़कर यह खिताब हासिल किया था, लेकिन अब Nvidia फिर से शीर्ष पर पहुंच गई है। बुधवार को एप्पल के शेयरों में 0.63 प्रतिशत की बढ़त देखी गई, लेकिन इसकी मार्केट कैप 3.010 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है। इन तीनों कंपनियों की मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है, जो उन्हें दुनिया की बाकी कंपनियों से अलग करता है। Nvidia की यह तेजी न केवल इसकी तकनीकी क्षमताओं को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि AI का भविष्य कितना उज्ज्वल है।

Microsoft अब नंबर दो, Nvidia ने चिप पावर से दुनिया की सबसे कीमती कंपनी का ताज पाया

दुनिया की टॉप 10 मूल्यवान कंपनियां

आइए, अब नजर डालते हैं दुनिया की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची पर, जो जून 2025 के आंकड़ों के आधार पर है:

  1. Nvidia – 3.763 ट्रिलियन डॉलर
  2. माइक्रोसॉफ्ट – 3.658 ट्रिलियन डॉलर
  3. एप्पल – 3.010 ट्रिलियन डॉलर
  4. अमेजन – 2.250 ट्रिलियन डॉलर
  5. अल्फाबेट (गूगल की पैरेंट कंपनी) – 2.075 ट्रिलियन डॉलर
  6. मेटा प्लेटफॉर्म्स (फेसबुक) – 1.781 ट्रिलियन डॉलर
  7. सऊदी अरामको – 1.569 ट्रिलियन डॉलर
  8. ब्रॉडकॉम – 1.244 ट्रिलियन डॉलर
  9. TSMC (ताइवान सेमीकंडक्टर) – 1.155 ट्रिलियन डॉलर
  10. टेस्ला – 1.055 ट्रिलियन डॉलर

इस सूची में टेक कंपनियों का दबदबा साफ दिखता है, और Nvidia की अगुवाई इस बात का सबूत है कि AI और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री अब वैश्विक अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बन चुकी है।

चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं

हालांकि Nvidia की राह पूरी तरह आसान नहीं है। इस साल जनवरी में चीनी AI स्टार्टअप दीपसीक के एक सस्ते AI मॉडल की खबर ने Nvidia के शेयरों को 17 प्रतिशत तक गिरा दिया था, जिससे कंपनी की मार्केट कैप में 589 बिलियन डॉलर की कमी आई थी। यह अमेरिकी इतिहास में किसी कंपनी की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी। दीपसीक ने दावा किया था कि उसने सिर्फ 5.6 मिलियन डॉलर में Nvidia के पुराने H800 चिप्स का इस्तेमाल करके एक शक्तिशाली AI मॉडल बनाया। इस खबर ने निवेशकों में यह डर पैदा किया कि सस्ते चिप्स की उपलब्धता Nvidia की नई और महंगी चिप्स की डिमांड को कम कर सकती है। लेकिन Nvidia ने जल्द ही वापसी की, और अब विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की नई ब्लैकवेल चिप्स और डीजीएक्स क्लाउड सर्विसेज की डिमांड इसे और ऊंचाइयों पर ले जाएगी।

Nvidia का भविष्य और निवेशकों का भरोसा

Nvidia की यह उछाल सिर्फ AI तक सीमित नहीं है। कंपनी ऑटोमोटिव, गेमिंग, और मेटावर्स जैसे क्षेत्रों में भी अपनी मौजूदगी बढ़ा रही है। इसके जीफोर्स RTX 4070 जैसे गेमिंग जीपीयू और ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए ड्राइव प्लेटफॉर्म भी मार्केट में काफी लोकप्रिय हैं। विश्लेषकों का मानना है कि Nvidia की मार्केट वैल्यू 2028 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के अवसर तक पहुंच सकती है। लूप कैपिटल के आनंद बरुआ ने कहा कि AI और रोबोटिक्स में Nvidia की मजबूत स्थिति इसे लंबे समय तक मार्केट लीडर बनाए रखेगी। कंपनी का हालिया 10-फॉर-1 स्टॉक स्प्लिट भी निवेशकों और कर्मचारियों के लिए शेयरों को और सुलभ बनाने की दिशा में एक कदम था। कुल मिलाकर, Nvidia की यह उड़ान टेक इंडस्ट्री में एक नया इतिहास रच रही है, और निवेशकों का भरोसा इसे और मजबूत कर रहा है।

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