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Honeymoon Murder Case: सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा पर नहीं होगा नार्को टेस्ट, मेघालय पुलिस ने दी वजह

Honeymoon Murder Case: सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा पर नहीं होगा नार्को टेस्ट, मेघालय पुलिस ने दी वजह

Honeymoon Murder Case: मध्य प्रदेश के इंदौर में हुए राजा रघुवंशी हत्याकांड को एक महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन इस मामले में हर दिन नए सबूत और खुलासे सामने आ रहे हैं। मेघालय पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, और जांच हर मोड़ पर नया रुख ले रही है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और उनके प्रेमी राज कुशवाहा का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी। लेकिन अब खबर है कि सोनम का नार्को टेस्ट नहीं होगा। मेघालय पुलिस ने इसके पीछे एक खास वजह बताई है, जिसने इस सनसनीखेज मामले को और चर्चा में ला दिया है।

मेघालय पुलिस ने हाल ही में खुलासा किया कि सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा ने अपने प्रेम संबंध को कबूल कर लिया है। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन सोनम के माता-पिता ने राज के साथ उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं किया। इसी बीच राजा रघुवंशी का रिश्ता आया, और 11 मई 2025 को सोनम की शादी राजा से कर दी गई। लेकिन सोनम और राज ने पहले ही राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रच ली थी। शादी के महज 12 दिन बाद, 23 मई को मेघालय में हनीमून के दौरान राजा की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस साजिश ने सब रिश्तों को शर्मसार कर दिया।

नार्को टेस्ट की मांग क्यों ठुकराई गई?

राजा के परिवार ने सोनम और राज का नार्को टेस्ट कराने की मांग की थी, ताकि हत्या के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके। लेकिन मेघालय पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने इस मांग को ठुकरा दिया। पुलिस का कहना है कि उनके पास आरोपियों के खिलाफ इतने पुख्ता सबूत हैं कि नार्को टेस्ट की जरूरत ही नहीं है। पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक स्येम ने बताया कि सोनम और राज ने हत्या की बात कबूल कर ली है। साथ ही, क्राइम सीन को दोबारा रीक्रिएट करने के दौरान दोनों ने हत्या के हर पहलू को विस्तार से बताया। इसलिए नार्को टेस्ट की कोई आवश्यकता नहीं है।

Honeymoon Murder Case: सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा पर नहीं होगा नार्को टेस्ट, मेघालय पुलिस ने दी वजह

सुप्रीम कोर्ट का फैसला और पुलिस का रुख

मेघालय पुलिस ने एक और खास वजह बताई कि सुप्रीम कोर्ट ने नार्को टेस्ट पर रोक लगा रखी है, और इसके परिणाम कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश नहीं किए जा सकते। पुलिस के पास पहले से ही कई ठोस सबूत हैं, जैसे खून से सने कपड़े, हत्या में इस्तेमाल हुए हथियार, सीसीटीवी फुटेज, फोन कॉल रिकॉर्ड, और आरोपियों के कबूलनामे। इन सबूतों ने पुलिस का केस इतना मजबूत कर दिया है कि उन्हें नार्को टेस्ट की जरूरत नहीं लगती। पुलिस ने यह भी कहा कि क्राइम सीन की रीक्रिएशन के दौरान सोनम ने बताया कि उसने हत्या से ठीक पहले अपने साथियों को इशारा दिया था, और राजा को मारने के बाद उसने शव को खाई में फेंकने में भी मदद की।

सोनम के बिजनेसवुमन बनने का सपना

इस हत्याकांड में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब यह बात सामने आई है कि सोनम एक बड़ी बिजनेसवुमन बनना चाहती थी। राज कुशवाहा ने उसके लिए कई कंपनियां खोल रखी थीं, जिससे सोनम को लगने लगा था कि राज के साथ रहकर वह अपने सपनों को जल्दी पूरा कर सकती है। लेकिन जब उसकी शादी राजा से तय हो गई, तो उसे लगा कि उसका यह सपना अधूरा रह जाएगा। शादी के बाद उसे राजा अपनी महत्वाकांक्षाओं के रास्ते में एक रुकावट की तरह लगने लगा। यही वजह थी कि उसने राज के साथ मिलकर राजा को हनीमून के दौरान रास्ते से हटाने की ठान ली। इस साजिश ने एक निर्दोष इंसान की जान ले ली।

जांच का अगला कदम और परिवार की मांग

मेघालय पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर रही है। आठ लोगों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस सबूतों को और मजबूत करने में जुटी है। हाल ही में सबूत मिटाने के आरोप में बिल्डर लोकेन्द्र तोमर, प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स, और चौकीदार बलराम से पूछताछ की जा रही है। राजा के परिवार का कहना है कि सोनम और राज पूरी सच्चाई नहीं बता रहे। वे चाहते हैं कि इस मामले की गहराई तक जांच हो, और अगर जरूरी हो तो सीबीआई को जांच सौंपी जाए। हालांकि, पुलिस का कहना है कि उनके पास चार्जशीट दाखिल करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं, और जल्द ही कोर्ट में यह केस पेश किया जाएगा। यह मामला न केवल एक हत्या की कहानी है, बल्कि प्रेम, धोखे, और महत्वाकांक्षा की एक दुखद दास्तान भी है।

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