Sonam Raghuvanshi New Revelation: इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी के हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस मामले में अब तक कुल आठ लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, और हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जो इस कहानी में एक के बाद एक मोड़ ला रहे हैं। ताजा खुलासा यह है कि राज कुशवाहा ने सोनम रघुवंशी के नाम पर कई कंपनियां खोल रखी थीं। राज ने सोनम को इतना महत्वाकांक्षी बना दिया था कि उसे लगने लगा था कि अगर वह राज के साथ रही, तो जल्द ही एक बड़ी बिजनेसवुमन बन जाएगी। लेकिन इसी बीच सोनम के माता-पिता, देवी सिंह और संगीता, ने उस पर शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस दबाव ने सोनम के सपनों को जैसे चकनाचूर कर दिया।
सोनम को लगने लगा था कि उसकी जिंदगी में राजा रघुवंशी एक कांटे की तरह चुभ रहा है। उसकी महत्वाकांक्षाएं और राज के साथ बनाए गए सपने अब धूमिल होते दिख रहे थे। माता-पिता की जिद के आगे उसे झुकना पड़ा, और उसकी शादी 11 मई 2025 को राजा रघुवंशी से हो गई। लेकिन सोनम का दिल राज कुशवाहा के साथ था। शादी के बाद उसने अपने प्रेमी राज के साथ मिलकर राजा को रास्ते से हटाने की साजिश रची। मेघालय में हनीमून के दौरान 23 मई को राजा की निर्मम हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात ने न केवल राजा के परिवार को, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया।
राज और सोनम ने कबूला रिश्ता
मेघालय पुलिस की जांच में अब यह साफ हो गया है कि सोनम और राज कुशवाहा के बीच प्रेम संबंध थे। पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक स्येम ने बताया कि दोनों ने अपने रिश्ते को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, “राज और सोनम ने कबूल किया कि वे एक-दूसरे से प्यार करते थे। वे अपनी जिंदगी से किसी को हटाना चाहते थे, और वह कोई था राजा।” सोनम के माता-पिता ने उनके रिश्ते को ठुकरा दिया था, जिसके बाद दोनों ने पहले राजा को रास्ते से हटाने और बाद में शादी करने की योजना बनाई। यह खुलासा इस हत्याकांड की साजिश को और गहरा करता है।
पुलिस अधीक्षक विवेक स्येम ने साफ किया कि राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। उनके पास इस मामले में पर्याप्त और पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने कहा, “हमें नार्को टेस्ट करवाने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे पास सारे ठोस सबूत मौजूद हैं।” पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, फोन कॉल रिकॉर्ड, खून से सने कपड़े, और हत्या में इस्तेमाल हुए हथियार जैसे कई सबूत जुटाए हैं। क्राइम सीन को दोबारा रीक्रिएट करने के दौरान भी सभी आरोपियों ने हत्या के तरीके को विस्तार से बताया, जिससे पुलिस का केस और मजबूत हो गया।
आमने-सामने बैठाकर पूछताछ
इस मामले में सबूत मिटाने के आरोपी बिल्डर लोकेन्द्र तोमर, प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स, और चौकीदार बलराम से शिलांग पुलिस बुधवार को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने वाली है। शिलोम और लोकेन्द्र एक-दूसरे पर बैग में रखे सामान को गायब करने का आरोप लगा रहे हैं। इस बैग में एक देसी पिस्तौल, राजा के गहने, सोनम का फोन, और पांच लाख रुपये नकद होने की बात सामने आई है। पुलिस इस बैग की तलाश में जुटी है, क्योंकि यह हत्याकांड के कई और राज खोल सकता है। जांच में यह भी पता चला कि सोनम हत्या के बाद इंदौर में एक किराए के फ्लैट में छिपी थी, जिसे आरोपी विशाल चौहान ने किराए पर लिया था।
एक सनसनीखेज साजिश का अंत
यह हत्याकांड एक ठंडे दिमाग से रची गई साजिश का नतीजा है, जिसमें सोनम और राज ने मिलकर राजा को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। तीन अन्य आरोपियों—विशाल चौहान, आकाश राजपूत, और आनंद कुर्मी—ने हत्या को अंजाम दिया, जबकि दो अन्य लोग सबूत मिटाने में शामिल थे। मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने इस मामले को सुलझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब सभी आरोपी हिरासत में हैं, और पुलिस जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। यह मामला न केवल रिश्तों की पवित्रता पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि महत्वाकांक्षा और लालच इंसान को कहां तक ले जा सकते हैं।