Gold Price Today: सोने और चांदी खरीदने वालों के लिए 23 जून 2025 का दिन अच्छी खबर लेकर आया है। सोमवार को दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में कमी देखी गई है। गुड रिटर्न्स वेबसाइट के मुताबिक, 22 कैरेट सोना 92,340 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत 1,00,740 रुपये प्रति 10 ग्राम है। चांदी की कीमत भी गिरी है और अब ये 1,09,000 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है। ये खबर उन लोगों के लिए राहत भरी है, जो शादी-ब्याह या निवेश के लिए सोना-चांदी खरीदने की सोच रहे हैं। बाजार में ये गिरावट लोगों का ध्यान खींच रही है, और कई लोग इस मौके का फायदा उठाने की योजना बना रहे हैं।
अलग-अलग शहरों में सोने-चांदी की कीमतें थोड़ी बहुत बदलती हैं। मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद में 24 कैरेट सोना 1,00,740 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। वहीं, दिल्ली में ये थोड़ा महंगा है और 1,00,890 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट से मिल रहा है। 22 कैरेट सोने की बात करें तो मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में ये 92,340 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि दिल्ली में 92,490 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। चांदी की कीमत दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में 1,09,000 रुपये प्रति किलो है, लेकिन चेन्नई और हैदराबाद में ये 1,19,000 रुपये प्रति किलो के रेट से बिक रही है। अगर आप खरीदारी का प्लान बना रहे हैं, तो अपने शहर के सही रेट जरूर चेक कर लें।
कीमतें कैसे तय होती हैं?
आपके मन में सवाल होगा कि आखिर सोने-चांदी की कीमतें रोज क्यों बदलती हैं? दरअसल, इनकी कीमतें कई चीजों पर निर्भर करती हैं। वैश्विक बाजार में हलचल, डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, एक्सचेंज रेट और कच्चे तेल की कीमतें इसके लिए जिम्मेदार होती हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में उथल-पुथल होती है, जैसे कि जियोपॉलिटिकल टेंशन या आर्थिक अस्थिरता, तो निवेशक सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते हैं। इससे सोने की डिमांड बढ़ती है और कीमतें चढ़ जाती हैं। इसके अलावा, भारत में आयात शुल्क, स्थानीय कर और ज्वैलर्स के मेकिंग चार्ज भी कीमतों को प्रभावित करते हैं। चांदी की कीमतें भी इन्हीं फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं, साथ ही औद्योगिक डिमांड भी इसका एक बड़ा कारण है।
भारतीय समाज में सोने का महत्व
भारत में सोने का सिर्फ आर्थिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। शादी-ब्याह हो या कोई और शुभ काम, सोना हर मौके पर छाया रहता है। हिंदू परंपराओं में सोने को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। लोग सोने के गहने न सिर्फ पहनने के लिए, बल्कि निवेश के तौर पर भी खरीदते हैं। किसी भी परिवार में सोने की मौजूदगी उसकी समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। यही वजह है कि त्योहारों, जैसे धनतेरस और अक्षय तृतीया, पर सोना खरीदने की होड़ मच जाती है। सोना न सिर्फ भावनाओं से जुड़ा है, बल्कि ये मुश्किल वक्त में परिवार की आर्थिक सुरक्षा भी देता है। चांदी भी पूजा-पाठ और गहनों में खूब इस्तेमाल होती है।
निवेश के लिहाज से सोना-चांदी
सोना और चांदी लंबे समय से निवेश का एक भरोसेमंद जरिया रहे हैं। खासकर तब, जब शेयर बाजार या दूसरी चीजें जोखिम भरी हो जाती हैं। सोना मुद्रास्फीति के खिलाफ एक मजबूत ढाल है। पिछले कुछ सालों में इसकी कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है। 2025 में भी सोने ने 25% से ज्यादा और चांदी ने 24% से ज्यादा की बढ़त दिखाई है। लेकिन आज की गिरावट उन लोगों के लिए मौका है, जो सस्ते दामों पर खरीदना चाहते हैं। आप सोने में निवेश ज्वैलरी, सिक्के, बार या डिजिटल गोल्ड के जरिए कर सकते हैं। चांदी भी सिक्कों और बार के रूप में निवेश के लिए अच्छा ऑप्शन है। हालांकि, खरीदने से पहले हॉलमार्क चेक करना और भरोसेमंद ज्वैलर से ही डील करना जरूरी है।
क्या करें खरीदार?
आज की कीमतों में गिरावट को देखते हुए ये सोना-चांदी खरीदने का अच्छा मौका हो सकता है। लेकिन जल्दबाजी में फैसला लेने से बचें। सबसे पहले अपने शहर के ताजा रेट चेक करें, क्योंकि अलग-अलग जगहों पर कीमतें थोड़ी बदल सकती हैं। अगर आप ज्वैलरी खरीद रहे हैं, तो मेकिंग चार्ज और GST का भी ध्यान रखें, क्योंकि ये आपकी कुल लागत को बढ़ा सकते हैं। निवेश के लिए सोना या चांदी खरीद रहे हैं, तो 24 कैरेट सोने या हॉलमार्क वाली चांदी को प्राथमिकता दें। मौसम विभाग की तरह बाजार भी रोज बदलता है, इसलिए वैश्विक ट्रेंड्स और डॉलर की चाल पर नजर रखें। अगर आप शादी या त्योहार के लिए खरीदारी कर रहे हैं, तो आज का दिन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन हमेशा अपनी जेब और जरूरत के हिसाब से ही खरीदारी करें।