Chhatarpur News: छतरपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको चौंका दिया। एक महिला और उसके दो मासूम बच्चों का दिन-दहाड़े अपहरण कर लिया गया। लेकिन अच्छी खबर ये है कि पुलिस ने तेजी दिखाते हुए महिला और दोनों बच्चों को सुरक्षित बचा लिया। साथ ही, इस वारदात को अंजाम देने वाले सात अपराधियों को भी धर दबोचा गया है। रविवार को एक पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी। ये घटना जिले के लवकुश नगर थाना क्षेत्र के सुमेदी गांव में हुई, जहां 12 से ज्यादा बदमाशों ने हथियारों के साथ हमला बोला और गोलीबारी कर दहशत फैलाई। इस हंगामे में महिला के पति को गोली लगी और वो घायल हो गए।
छतरपुर पुलिस ने इस मामले में फुर्ती दिखाई। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अगम जैन के नेतृत्व में पांच खास टीमें बनाई गईं, जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर अपराधियों का पता लगाया। तकनीकी सबूतों और सुरागों की मदद से पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय राजपूत समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। संजय राजपूत पर 10,000 रुपये का इनाम भी घोषित था। पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने गांव में दहशत फैलाने के लिए कई राउंड गोलियां चलाई थीं। इस दौरान उन्होंने महिला और उसके बच्चों को जबरदस्ती एक बोलेरो गाड़ी में डालकर ले गए। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक बदमाश महिला और उसकी बेटी को खींचकर गाड़ी की ओर ले जाता दिख रहा है, जबकि बाकी अपराधी लाठी-डंडे लिए पीछे चल रहे हैं।
घटना का विवरण
लवकुश नगर के सब-डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (एसडीपीओ) नवीन दुबे ने बताया कि ये वारदात दोपहर करीब 12:30 बजे हुई। 12 से ज्यादा बदमाश हथियारों से लैस होकर हरिराम पाल के घर पहुंचे। वो दोपहिया और चारपहिया वाहनों में आए थे। बदमाशों ने हरिराम और उनके परिवार वालों की पिटाई की, हवा में गोलियां चलाईं और फिर हरिराम की पत्नी और उनकी सात और पांच साल की दो बेटियों को जबरदस्ती गाड़ी में डालकर फरार हो गए। हरिराम ने बताया कि जब उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों को बचाने की कोशिश की, तो बदमाशों ने उन पर भी गोली चला दी। पुलिस ने इस मामले में हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़ित की आपबीती
हरिराम पाल ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि बदमाशों ने उनके साथ बेरहमी से मारपीट की। वो अपनी पत्नी और बच्चों को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन बदमाशों ने उन पर गोलियां चला दीं। हरिराम ने कहा, “मैंने अपनी आंखों के सामने अपनी बीवी और बच्चों को ले जाते देखा, लेकिन मैं कुछ कर नहीं पाया।” इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि बदमाश इतने बेखौफ थे कि उन्होंने दिन-दहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि अपराधी बिना किसी डर के महिला और बच्ची को खींचकर ले जा रहे थे।
विपक्ष का सरकार पर हमला
इस घटना ने मध्य प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “छतरपुर में दिन-दहाड़े एक महिला और उसके दो बच्चों का अपहरण हो गया। बदमाशों ने गोलीबारी की और तीनों को जबरदस्ती गाड़ी में ले गए।” उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के आंकड़े चिंताजनक हैं और कानून-व्यवस्था बद से बदतर हो रही है। पटवारी ने सवाल उठाया कि आखिर मुख्यमंत्री, जो खुद गृह विभाग संभाल रहे हैं, अपने गृह मंत्री से सवाल क्यों नहीं करते? वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि छतरपुर की ये घटना बताती है कि मध्य प्रदेश में ‘जंगल राज’ आ गया है। उन्होंने कहा, “कानून का खौफ खत्म हो गया है। अपराध अब फिल्मी स्टाइल में हो रहे हैं। ये स्थिति बहुत चिंताजनक है।”
सरकार और पुलिस का जवाब
मध्य प्रदेश गृह विभाग ने ‘एक्स’ पर बयान जारी कर कहा कि छतरपुर के सुमेदी गांव में हुई इस घटना में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से महिला और बच्चे सुरक्षित हैं और सात अपराधी सलाखों के पीछे हैं। हालांकि, विपक्ष के तीखे हमलों के बीच सरकार पर दबाव बढ़ गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर प्रदेश में अपराधी इतने बेखौफ क्यों हो रहे हैं? इस घटना ने एक बार फिर मध्य प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर बहस छेड़ दी है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसी वारदातें न हों।