Chhattisgarh Murder: छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां खोदरी क्षेत्र में एक पति ने खाना बनाने को लेकर हुए झगड़े में अपनी पत्नी की तेज हथियार से हमला करके हत्या कर दी। यह वारदात गौरेला थाना क्षेत्र के खोदरी चौकी इलाके में हुई। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है और हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग इस क्रूर कृत्य से स्तब्ध हैं। आइए, इस दुखद घटना को विस्तार से समझते हैं।
यह दर्दनाक घटना खोदरी चौकी क्षेत्र के फोकट पारा में रहने वाले चेतन पनिका के घर में हुई। 20 जून 2025 की दोपहर को चेतन अपने घर पहुंचा और उसने अपनी पत्नी सुषमा पनिका से खाना बनाने को कहा। इस बात को लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। यह छोटा-सा घरेलू विवाद इतना बढ़ गया कि चेतन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसने अपने पास मौजूद तेज धार वाले तंगिया (कुल्हाड़ी) से सुषमा पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सुषमा की चीखें सुनकर उनका बेटा आर्यन, जो घर के दूसरे कमरे में था, मौके पर पहुंचा। लेकिन गुस्से में चूर चेतन ने अपने बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की। डर के मारे आर्यन तुरंत वहां से भाग निकला।
बेटे ने देखा मां का खून से लथपथ शव
आर्यन ने हिम्मत जुटाकर आसपास के लोगों को बुलाया और उनके साथ घर वापस लौटा। लेकिन जब तक वह घर पहुंचा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। सुषमा खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी और उनकी मौत हो चुकी थी। यह दृश्य देखकर आर्यन और आसपास के लोग सदमे में आ गए। परिवार और गांव वालों ने तुरंत खोदरी चौकी पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। सुषमा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और आरोपी पति चेतन पनिका को हिरासत में ले लिया गया। इस घटना ने न सिर्फ सुषमा के परिवार, बल्कि पूरे गांव को गहरे दुख में डुबो दिया।
गौरेला पेंड्रा मरवाही के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) ओम चंदेल ने इस मामले में जानकारी दी। उन्होंने बताया, “यह हत्या पति-पत्नी के बीच घरेलू विवाद के कारण हुई। चेतन पनिका ने अपनी पत्नी सुषमा पर तेज हथियार से हमला किया, जिससे उनकी मौत हो गई।” पुलिस ने चेतन को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। ASP ने कहा कि पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि विवाद की जड़ क्या थी और क्या इस हत्या के पीछे कोई और कारण भी था। पुलिस ने मौके से हथियार भी बरामद कर लिया है और चेतन से पूछताछ शुरू कर दी है।
परिवार और गांव में मातम
इस घटना ने सुषमा के परिवार को पूरी तरह तोड़कर रख दिया है। उनके बेटे आर्यन के लिए यह सबसे बड़ा सदमा है, जिसने अपनी मां को खोने के साथ-साथ अपने पिता को भी अपराधी के रूप में देखा। गांव वालों का कहना है कि चेतन और सुषमा के बीच छोटे-मोटे झगड़े पहले भी होते थे, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि यह विवाद इतना भयानक रूप ले लेगा। सुषमा की मौत के बाद गांव में मातम का माहौल है। लोग इस बात से हैरान हैं कि एक छोटी-सी बात इतनी बड़ी त्रासदी में कैसे बदल गई। इस घटना ने घरेलू विवादों को सुलझाने में धैर्य और समझदारी की जरूरत को एक बार फिर उजागर किया है।
समाज के लिए सबक
यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा सबक है। छोटे-छोटे घरेलू विवादों को अगर समय रहते सुलझाया न जाए, तो वे ऐसी भयावह घटनाओं में बदल सकते हैं। गौरेला जैसे आदिवासी इलाकों में शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण लोग अक्सर गुस्से और हिंसा का रास्ता चुन लेते हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि समाज में गुस्से को काबू करने और परिवारिक रिश्तों को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन को भी चाहिए कि वे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाएं। साथ ही, चेतन जैसे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई ऐसी वारदात करने की हिम्मत न करे।
रिश्तों में संवाद की जरूरत
सुषमा की हत्या ने यह दिखाया कि रिश्तों में संवाद और समझ कितनी जरूरी है। अगर चेतन और सुषमा ने अपने विवाद को शांति से सुलझाने की कोशिश की होती, तो शायद यह परिवार आज इस दुख से नहीं गुजर रहा होता। यह घटना हर उस व्यक्ति के लिए एक चेतावनी है, जो छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा खो देता है। समाज को अब यह समझने की जरूरत है कि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है। गौरेला की इस घटना ने हमें यह सिखाया कि परिवारिक रिश्तों में धैर्य और प्यार ही वह नींव है, जो एक खुशहाल घर बनाती है। पुलिस की जांच से उम्मीद है कि इस मामले में इंसाफ होगा और सुषमा के बेटे आर्यन को इस दुख से उबरने की ताकत मिलेगी।