Chhattisgarh News: मध्य प्रदेश के कटनी जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेत्री ज्योत्सना ताम्रकार के साथ रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस ट्रेन में लूटपाट की कोशिश हुई। यह घटना 19 जून 2025 की रात को ट्रेन नंबर 18248 में हुई, जब ज्योत्सना रीवा से बिलासपुर की यात्रा कर रही थीं। इस खतरनाक अनुभव को ज्योत्सना ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए साझा किया, जिसमें उन्होंने पूरी घटना का जिक्र किया। इस वारदात ने न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए, बल्कि रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खोल दी। आइए, इस घटना को विस्तार से समझते हैं।
ज्योत्सना ताम्रकार ने अपने इंस्टाग्राम और यूट्यूब वीडियो में बताया, “मैं 19 जून की रात को रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थी। ट्रेन रात करीब 2 बजे कटनी रेलवे स्टेशन पहुंची। कटनी से कुछ किलोमीटर आगे चलकर ट्रेन आउटर पर रुकी। तभी खिड़की के रास्ते एक बदमाश ने मेरा पर्स और मोबाइल छीनने की कोशिश की। जब वह इसमें कामयाब नहीं हुआ, तो उसने मेरे चेहरे पर आंख के नीचे जोरदार मुक्का मारा।” ज्योत्सना ने बताया कि इस हमले से उनकी आंख के नीचे चोट आई। ट्रेन के आगे बढ़ने पर पता चला कि कोच S1 से S5 तक कई अन्य यात्रियों के साथ भी लूटपाट हुई। इस घटना ने ट्रेन में मौजूद यात्रियों में दहशत फैला दी।
रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
ज्योत्सना ने बताया कि इस घटना ने उन्हें पूरी तरह हिलाकर रख दिया। वे किसी तरह बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंचीं, लेकिन वहां भी उन्हें रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) या गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) से कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा, “मैंने एक घंटे तक रेलवे अधिकारियों का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। ट्रेन में सुरक्षा के लिए RPF और GRP के जवान होने चाहिए थे, लेकिन एक भी जवान मौजूद नहीं था।” इसकी वजह से बदमाश आसानी से वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। ज्योत्सना ने बताया कि ट्रेन में कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं था, जिसने बदमाशों का हौसला और बढ़ाया। यह स्थिति रेलवे की लापरवाही को साफ दर्शाती है।
घटना के तुरंत बाद ज्योत्सना ने रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करके लूटपाट की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने खुद और अन्य यात्रियों के साथ हुई वारदात के बारे में हेल्पलाइन को सूचित किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। ज्योत्सना ने कहा, “मैंने सोचा कि हेल्पलाइन पर शिकायत करने से तुरंत कोई कार्रवाई होगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।” बिलासपुर स्टेशन पहुंचने के बाद भी रेलवे अधिकारियों की उदासीनता ने उन्हें और निराश किया। यह घटना रेलवे की आपातकालीन सेवाओं की नाकामी को उजागर करती है। ज्योत्सना ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखकर इस मामले को लोगों तक पहुंचाया और कार्रवाई की मांग की।
लूटपाट का गैंग सक्रिय, कई यात्री बने शिकार
ज्योत्सना ने अपने वीडियो में बताया कि यह लूटपाट का काम किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि एक पूरे गिरोह का था। उन्होंने कहा, “ट्रेन के रुकते ही 12 से ज्यादा नकाबपोश बदमाश कोच में घुसे। उन्होंने गेट बंद कर लिया और 20 से ज्यादा यात्रियों को निशाना बनाया।” कोच S1 से S5 तक कई यात्रियों के पर्स, मोबाइल और अन्य कीमती सामान लूटने की कोशिश की गई। ज्योत्सना ने जब एक बदमाश का हाथ पकड़ा, तो उसने उन पर हमला किया। इस घटना से साफ है कि कटनी के आसपास लूटपाट का यह गिरोह सक्रिय है, जो ट्रेनों में यात्रियों को निशाना बनाता है। यह स्थिति रेलवे और स्थानीय पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है।
पुलिस ने शुरू की जांच, अभिनेत्री ने मांगी कार्रवाई
इस मामले में बिलासपुर GRP के प्रभारी डीएन श्रीवास्तव ने कहा, “हमें इस घटना की जानकारी मिली है। हमने ज्योत्सना को बुलाया था, लेकिन उन्होंने बताया कि वे रायपुर पहुंच चुकी हैं। वे रायपुर GRP में FIR दर्ज करेंगी।” वहीं, कटनी GRP के स्टेशन प्रभारी एलपी कश्यप ने कहा, “हमें सोशल मीडिया के जरिए इस घटना का पता चला। हम पहले मामले की पूरी जानकारी जुटाएंगे, फिर कार्रवाई करेंगे।” ज्योत्सना ने सरकार और रेलवे प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं यात्रियों का रेलवे पर भरोसा तोड़ रही हैं। इस घटना ने कटनी में बढ़ती आपराधिक वारदातों पर भी सवाल उठाए हैं, जैसा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के बीजेपी नेता और दो युवकों के साथ हुई लूट की घटनाओं से जाहिर है।
रेलवे सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत
यह घटना रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी खामियों को उजागर करती है। ज्योत्सना ताम्रकार जैसी जानी-मानी हस्ती के साथ हुई इस वारदात ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। रेलवे को अब अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना होगा। ट्रेनों में RPF और GRP जवानों की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना, और रेल पटरियों के आसपास नियमित गश्त जैसे कदम उठाने की जरूरत है। साथ ही, रेलवे हेल्पलाइन को और सक्रिय करना होगा, ताकि यात्रियों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई हो। ज्योत्सना ने अपनी बहादुरी से बदमाशों का मुकाबला किया, लेकिन हर यात्री इतना साहस नहीं दिखा सकता। इस घटना से साफ है कि रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी वारदातें न हों।