Mystery Girl In Indore Case: मंदसौर से एक ऐसा सड़क हादसे का वीडियो सामने आया है, जो आपके दिल को दहला देगा। गुरुवार की दोपहर को मंदसौर के डलोदा थाना क्षेत्र में भावगढ़ फांटे के पास एक ट्रक ने तेज रफ्तार में आकर एक कार को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक कार को करीब 500 मीटर तक घसीटता रहा। इस हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जो इस हादसे की भयावहता को साफ दिखाता है। यह वीडियो देखकर कोई भी सहम जाए, क्योंकि सड़क पर ऐसी लापरवाही जानलेवा हो सकती है। आइए, इस हादसे के बारे में और विस्तार से जानते हैं।
CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि ट्रक तेज रफ्तार से आ रहा था और उसने कार को अपनी चपेट में ले लिया। 14 सेकंड के इस वीडियो में कार ट्रक के साथ चिपकी हुई दिख रही है, और ट्रक उसे तेजी से घसीट रहा है। यह दृश्य इतना डरावना है कि इसे देखकर किसी का भी दिल कांप जाए। ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि कार को रोकने या हटाने का कोई मौका ही नहीं मिला। वीडियो में साफ दिखता है कि कार पूरी तरह ट्रक के सामने फंस गई थी और सड़क पर घसीटते हुए चली जा रही थी। यह हादसा हमें सड़क पर सावधानी बरतने की याद दिलाता है, क्योंकि एक छोटी सी चूक भी बड़ा खतरा बन सकती है।
रतलाम से मंदसौर जा रहा था ट्रक
डलोदा थाना प्रभारी मनोज गर्ग के मुताबिक, यह ट्रक राजस्थान से रतलाम की ओर से मंदसौर जा रहा था। इसी दौरान ट्रक ने नाथद्वारा, राजस्थान के एक कार चालक को टक्कर मार दी। हादसा इतना अचानक हुआ कि ट्रक चालक को काफी देर तक यह अहसास ही नहीं हुआ कि उसका ट्रक कार को घसीट रहा है। आसपास के लोगों ने जब शोर मचाना शुरू किया, तब जाकर ट्रक चालक ने गाड़ी रोकी। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लिया, क्योंकि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था। पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों ने लिखित में दे दिया कि वे इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहते। यह बात इस हादसे को और खास बनाती है, क्योंकि कई बार छोटी सी बात बड़े विवाद का रूप ले लेती है।
पिछले तीन सालों में सड़क हादसे
मध्य प्रदेश में सड़क हादसों का आंकड़ा लगातार चिंता बढ़ा रहा है। साल 2022 में मध्य प्रदेश में 54,432 सड़क हादसे दर्ज किए गए, जो पूरे देश में तमिलनाडु के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह आंकड़ा बताता है कि सड़क सुरक्षा के मामले में अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है। साल 2023 में स्थिति और भी भयावह रही, जब राज्य में 3000 से ज्यादा लोगों ने सड़क हादसों में अपनी जान गंवाई। हर दिन औसतन 380 हादसे हुए, जो यह दिखाता है कि सड़कों पर कितनी लापरवाही बरती जा रही है। यह आंकड़े हमें सोचने पर मजबूर करते हैं कि आखिर हमारी सड़कों पर क्या गलत हो रहा है, जो हर साल इतने हादसे हो रहे हैं।
साल 2024 में भी सड़क हादसों का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। जनवरी से नवंबर तक भोपाल में 5390 हादसे, धार में 4517, जबलपुर में 4148 और छिंदवाड़ा में 3858 हादसे दर्ज किए गए। ये आंकड़े बताते हैं कि मध्य प्रदेश के बड़े शहरों और जिलों में सड़क हादसे कितनी आम बात हो गई है। हर हादसा सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि कई परिवारों की जिंदगी को प्रभावित करने वाली घटना है। इन हादसों के पीछे कई कारण हैं, जिन्हें समझना और उन पर काम करना बेहद जरूरी है। अगर हम इन आंकड़ों को गंभीरता से लें, तो शायद भविष्य में होने वाले हादसों को कम किया जा सकता है।
सड़क हादसों के प्रमुख कारण
सड़क हादसों के पीछे सबसे बड़ा कारण है तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना। ज्यादातर हादसे तेज गति के कारण होते हैं, क्योंकि ड्राइवर को गाड़ी पर नियंत्रण रखने का समय ही नहीं मिलता। इसके अलावा, दोपहिया वाहन चालकों द्वारा हेलमेट न पहनना भी एक बड़ी वजह है। हेलमेट न पहनने से छोटा सा हादसा भी जानलेवा बन जाता है। इसके साथ ही ट्रैफिक नियमों का पालन न करना और लापरवाही से गाड़ी चलाना भी हादसों का कारण बनता है। ये सारी चीजें ऐसी हैं, जिन्हें थोड़ी सी जागरूकता और सावधानी से रोका जा सकता है। हमें यह समझना होगा कि सड़क पर हर कदम जिम्मेदारी के साथ उठाना जरूरी है, ताकि हम खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकें।