Indore Case: राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और चौंकाने वाला सच सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि सोनम रघुवंशी द्वारा लगातार बात किए जा रहे व्यक्ति ‘संजय वर्मा’ की असलियत कुछ और ही है। दरअसल ‘संजय वर्मा’ कोई और नहीं बल्कि सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा ही है। शादी से पहले और बाद में सोनम ने ‘संजय वर्मा’ के नाम से इस शख्स को 100 से ज्यादा बार फोन किया था। जब पुलिस ने इस नंबर की गहराई से जांच की तो यह खुलासा हुआ कि सोनम और राज पहले से संपर्क में थे और दोनों ने मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी।
पूर्वी खासी हिल्स जिले के एसपी विवेक सिम ने बताया कि सोनम ने शादी से पहले जिस ‘संजय वर्मा’ नाम के व्यक्ति से लगातार बात की थी, वही असल में राज कुशवाहा है। पहले तो पुलिस ने सोचा कि यह कोई तीसरा व्यक्ति हो सकता है जो इस हत्याकांड से जुड़ा है। लेकिन जब उसका फोन बंद मिला और पुलिस इंदौर में उसकी तलाश करने लगी तो असली चेहरा सामने आया। इस दौरान यह भी सामने आया कि सोनम ने शादी के बाद भी उसी नंबर पर लगातार संपर्क बनाए रखा था। इससे साफ होता है कि राज कुशवाहा और सोनम का रिश्ता शादी के बाद भी कायम था और दोनों की साजिश चल रही थी।

क्या राजा की हत्या का कोई और मकसद भी था?
एसपी विवेक सिम ने कहा कि पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे सिर्फ प्रेम प्रसंग ही वजह थी या कोई आर्थिक फायदा भी किसी को होने वाला था। इसके लिए एक विशेष जांच दल को इंदौर भेजा गया है जो वहां के कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रहा है। पुलिस यह समझने की कोशिश कर रही है कि कहीं किसी तीसरे पक्ष ने इस हत्या को अंजाम देने में किसी तरह की सहायता तो नहीं की या कोई आर्थिक लेनदेन इससे जुड़ा तो नहीं है। फिलहाल पांचों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
हत्या से पहले तीन बार असफल रहे थे आरोपी
एक और अहम खुलासा पुलिस ने यह किया है कि राजा की हत्या से पहले तीन बार उसे मारने की कोशिश की गई थी लेकिन हर बार आरोपी नाकाम रहे। एसपी विवेक सिम ने बताया कि पहले गुवाहाटी के पास, फिर नोंग्रियाट और उसके बाद वाईसाडोंग झरनों के पास हत्या की योजना बनाई गई थी लेकिन हालात अनुकूल न होने के कारण वे तीनों बार विफल रहे। आखिरकार 23 मई को राजा रघुवंशी की हत्या कर दी गई और उसकी लाश को खाई में फेंक दिया गया। यह साफ है कि हत्या एक सुनियोजित साजिश थी जो कई दिनों से बनाई जा रही थी।