Indore Couple case: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर दिन इस सनसनीखेज हत्याकांड में नए खुलासे हो रहे हैं, जो लोगों को स्तब्ध कर रहे हैं। मेघालय पुलिस ने हाल ही में इस मामले में चौंकाने वाली जानकारी साझा की। पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और उनके प्रेमी राज कुशवाहा द्वारा रची गई साजिश का खुलासा किया। राजा की हत्या 23 मई को मेघालय में उनके हनीमून के दौरान की गई थी। इस हत्याकांड ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि कई सवाल भी खड़े कर दिए। पुलिस की जांच से पता चला कि यह हत्या कोई अचानक हुई घटना नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें सोनम और राज के साथ-साथ तीन अन्य लोग भी शामिल थे।
शिलांग के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम के अनुसार, इस हत्याकांड में शामिल सभी पांच आरोपियों—सोनम रघुवंशी, राज कुशवाहा, विशाल, आकाश और आनंद कुरमी—ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस हत्या की योजना सोनम और राजा की शादी से 11 दिन पहले ही बननी शुरू हो गई थी। यानी यह साजिश फरवरी से चल रही थी। राज ने अपने तीन साथियों, जिसमें उसका एक चचेरा भाई भी शामिल था, को इस हत्या के लिए तैयार किया। हैरानी की बात यह है कि इन साथियों ने पैसे के लिए नहीं, बल्कि राज के प्रति वफादारी और दोस्ती के चलते इस जघन्य अपराध में उसका साथ दिया। इस खुलासे ने साबित कर दिया कि यह हत्याकांड कितनी गहरी साजिश का हिस्सा था।
फरवरी से रची जा रही थी साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि इस हत्याकांड की साजिश फरवरी से शुरू हो गई थी। साजिशकर्ताओं ने कई योजनाएं बनाई थीं, जिनमें सोनम के लापता होने का नाटक करना और यह दिखाना शामिल था कि वह नदी में डूब गई। एक अन्य योजना में किसी अज्ञात महिला की हत्या कर उसका शव जलाने और उसे सोनम का शव बताने की बात थी। जब ये सभी योजनाएं विफल हो गईं, तो सोनम ने राजा से शादी कर ली। यह शादी भी साजिश का हिस्सा थी, ताकि राजा को हत्या के लिए सही समय और स्थान पर लाया जा सके। पुलिस ने बताया कि सोनम और राज ने इस हत्याकांड को इतनी चालाकी से अंजाम देने की कोशिश की कि कोई शक न कर सके। लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उनकी सारी योजनाओं पर पानी फेर दिया।

तीन बार नाकाम रही हत्या की कोशिश
पुलिस ने खुलासा किया कि राजा की हत्या से पहले तीन बार उनकी हत्या की कोशिश की गई थी, लेकिन किसी न किसी वजह से ये योजनाएं कामयाब नहीं हो पाईं। गुवाहाटी, नोंग्रीआट और मावख्लिएह में हत्या की योजनाएं बनाई गई थीं, जो अंतिम समय पर रद्द हो गईं। गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर दर्शन के बहाने दंपति को ले जाया गया, जहां राज के साथी पहले से मौजूद थे। लेकिन वहां हत्या की योजना कामयाब नहीं हो सकी। आखिरकार, 23 मई को नोंग्रीआट के वाहकदात के पास एक पार्किंग स्थल पर राजा की हत्या कर दी गई। दोपहर 2:00 से 2:18 बजे के बीच, जब राजा शौचालय के लिए बाहर गए, राज के तीन साथियों ने उन पर हमला कर दिया और उनकी हत्या कर दी। पुलिस ने पुष्टि की कि इस दौरान सोनम पूरे समय घटनास्थल पर मौजूद थी।
हत्या के बाद भागने की योजना
हत्या के बाद सोनम ने अपना खून से सना रेनकोट सह-आरोपी आकाश को दे दिया, जिसे उसने बाद में फेंक दिया। इसके बाद चार लोग स्कूटर पर सवार होकर फरार हो गए, जिसमें से एक स्कूटर सोनम चला रही थी। राज के निर्देश पर सह-आरोपी विशाल ने सोनम को एक बुर्का उपलब्ध कराया, जिसे पहनकर वह गुवाहाटी के लिए टैक्सी से भाग गई। पुलिस ने बताया कि इस साजिश का अंतिम लक्ष्य सोनम को पीड़िता के रूप में पेश करना और राजा के शव को पहचान से परे छोड़ना था। साजिशकर्ताओं को उम्मीद थी कि शव इतना सड़ जाएगा कि उसकी पहचान नहीं हो पाएगी, और सोनम नकली अपहरण की कहानी के साथ फिर से सामने आ सकेगी। लेकिन पुलिस ने उनकी इस चाल को नाकाम कर दिया।
परिवारों पर गहरा आघात
इस हत्याकांड ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। राजा के परिवार में मातम पसरा है, और उनके भाई आज भी उनकी मौजूदगी को महसूस करते हैं। सोनम के परिवार पर भी इस घटना का गहरा असर पड़ा है। उनके पिता और भाई शर्मिंदगी के चलते घर से बाहर नहीं निकल रहे। राज, आकाश, विशाल और आनंद के परिवार भी इस त्रासदी से उबर नहीं पा रहे हैं। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि सभी दोषियों को सजा मिले। इस हत्याकांड ने न केवल एक प्रेम त्रिकोण की कहानी को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि लालच और विश्वासघात कितनी बड़ी तबाही मचा सकता है।