Gold Price Today: भारत में सोना केवल आभूषण नहीं बल्कि एक भरोसेमंद निवेश भी है। वर्षों से यह महंगाई को पछाड़ता आ रहा है। जब भी बाजार में अस्थिरता होती है तो निवेशक सबसे पहले सोने की ओर रुख करते हैं। यही वजह है कि सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिलती है। गुरुवार को 24 कैरेट सोने का भाव 9,840 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है जबकि 22 कैरेट सोना 9,020 रुपये और 18 कैरेट सोना 7,380 रुपये पर बिक रहा है।
राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां 18 कैरेट सोना 7,393 रुपये, 22 कैरेट 9,035 रुपये और 24 कैरेट सोना 9,855 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में 18 कैरेट सोना 7,380 रुपये, 22 कैरेट 9,020 रुपये और 24 कैरेट सोना 9,840 रुपये में मिल रहा है। इन दोनों शहरों में सोने की कीमतें लगभग समान हैं जिससे यह पता चलता है कि महानगरों में सोने की मांग और आपूर्ति स्थिर बनी हुई है।
बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में क्या है रेट?
दक्षिण भारत में भी सोने की चमक बरकरार है। बेंगलुरु में 18 कैरेट सोना 7,380 रुपये, 22 कैरेट 9,020 रुपये और 24 कैरेट 9,840 रुपये पर बिक रहा है। चेन्नई में थोड़ा अंतर देखा गया जहां 18 कैरेट सोना 7,415 रुपये तक पहुंच गया है। वहीं 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमत क्रमशः 9,020 और 9,840 रुपये बनी हुई है। हैदराबाद में भी यही रेट्स हैं। यह दर्शाता है कि पूरे दक्षिण भारत में सोने की कीमतों में एकरूपता है।

पूर्वी भारत की बात करें तो कोलकाता में सोने की कीमतें बाकी शहरों से थोड़ी अलग हैं। यहां 18 कैरेट सोना 7,163 रुपये में, 22 कैरेट सोना 8,755 रुपये में और 24 कैरेट सोना 9,551 रुपये प्रति 10 ग्राम में बिक रहा है। यह अंतर वहां की स्थानीय टैक्स नीतियों, डिमांड और अन्य आर्थिक कारकों के कारण हो सकता है। कोलकाता में सोने की यह गिरावट खरीदारों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
भारत में सोने का सांस्कृतिक महत्व
भारत में सोना केवल निवेश या आभूषण के तौर पर नहीं देखा जाता बल्कि इसका सांस्कृतिक महत्व भी गहरा है। शादी-ब्याह से लेकर त्योहारों तक हर शुभ अवसर पर सोने का उपहार देना एक परंपरा बन चुकी है। यही कारण है कि भारत दुनिया में सबसे अधिक सोना खरीदने वाले देशों में से एक है। खासकर अक्षय तृतीया, धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारों पर इसकी मांग चरम पर पहुंच जाती है।
सोने की कीमतें हर दिन बदलती हैं। इसके पीछे कई कारण होते हैं जैसे डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें, कस्टम ड्यूटी और विदेशी मुद्रा दरें। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता बढ़ती है तो निवेशक शेयर बाजार से पैसा निकालकर सोने में निवेश करते हैं जिससे इसकी कीमतें तेजी से बढ़ती हैं।
निवेश के लिहाज़ से सबसे सुरक्षित विकल्प
आज की तारीख में जब हर निवेश विकल्प में जोखिम है तब सोना एक ऐसा जरिया बनकर उभरा है जिसमें जोखिम लगभग शून्य है। इसकी तरलता, मूल्य में स्थायित्व और पारंपरिक भरोसा इसे सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प बनाते हैं। लंबे समय में सोना अच्छा रिटर्न देता है और आपातकाल में इसे तुरंत नकदी में बदला जा सकता है। यही कारण है कि हर परिवार थोड़ी बहुत सोने की बचत जरूर करता है।
22 अप्रैल को सोने की कीमत ने एक नया रिकॉर्ड बनाया था जब यह एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। इसके बाद कुछ दिनों में इसमें तेज गिरावट देखी गई लेकिन फिर धीरे-धीरे इसमें दोबारा तेजी आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए यह समय निवेशकों के लिए फिर से सोने में निवेश करने का उचित समय हो सकता है।