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Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana: क्या रुक जाएगी लड़कियों की पढ़ाई? सावित्रीबाई योजना पर 6 महीने से लटकी तलवार

Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana: क्या रुक जाएगी लड़कियों की पढ़ाई? सावित्रीबाई योजना पर 6 महीने से लटकी तलवार

Savitribai Phule Kishori Samriddhi Yojana: झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। देवघर जिले में इस योजना के लिए पिछले छह महीनों से फंड नहीं मिला है, जिसके कारण 3178 लाभार्थी लड़कियों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह योजना लड़कियों की पढ़ाई और सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई थी, लेकिन फंड की कमी ने इसे प्रभावित किया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने इस योजना के लिए 9 करोड़ रुपये की मांग विभाग से की है, लेकिन अभी तक यह राशि प्राप्त नहीं हुई है।

जानकारी के अनुसार, दिसंबर 2024 से इस योजना के लिए कोई नया फंड नहीं आया है। इसके चलते चयनित लाभार्थियों के खातों में भुगतान नहीं हो पा रहा है। फंड की कमी के कारण अब इस योजना के लिए नए आवेदन भी स्वीकार नहीं किए जा रहे हैं। यह स्थिति उन लड़कियों के लिए निराशाजनक है जो इस योजना के तहत आर्थिक सहायता की उम्मीद कर रही थीं। सरकार के “आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार” कार्यक्रम में देवघर में इस योजना के लिए हजारों आवेदन आए थे, लेकिन अब फंड की कमी ने इस प्रक्रिया को रोक दिया है।

हजारों लाभार्थियों को मिला था लाभ

वित्तीय वर्ष 2024-25 में देवघर जिले में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत कुल 31,878 लाभार्थियों का चयन किया गया था। इनमें से 28,700 लाभार्थियों को योजना की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस योजना के तहत लड़कियों को उनकी पढ़ाई और अन्य जरूरतों के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। हालांकि, बाकी बचे लाभार्थियों को फंड की कमी के कारण अभी तक राशि नहीं मिल पाई है। इस योजना ने पहले कई लड़कियों को स्कूल छोड़ने से रोका और उनकी शिक्षा को बढ़ावा दिया, लेकिन अब फंड की कमी इसे प्रभावित कर रही है।

योजना का उद्देश्य और लाभ

सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत 8वीं से 12वीं कक्षा तक की छात्राओं के खातों में सीधे आर्थिक सहायता भेजी जाती है। प्रत्येक कक्षा के लिए अलग-अलग राशि निर्धारित है, जो पढ़ाई में प्रगति के साथ बढ़ती जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को स्कूल छोड़ने से रोकना, उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना और स्वास्थ्य व व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए सहायता प्रदान करना है। यह योजना बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को रोकने और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करती है। सरकार से अपील है कि जल्द से जल्द फंड जारी किया जाए ताकि सभी पात्र लड़कियां इस योजना का लाभ उठा सकें।

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