छत्तीसगढ़ एक सुंदर प्रदेश –
आराध्या न्यूज़। छत्तीसगढ़ भारत का प्रमुख राज्यों में से एक है, जो 1 नवंबर सन् 2000 को मध्यप्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आया और भारत का 26 वॉं राज्य बना. छत्तीसगढ़ 1,35,192 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में समुद्री घोड़े के आकार में फैला हुआ है। छत्तीसगढ़ भारत के दक्षिण – पूर्व – मध्य भाग में स्थित है, अपनी समृद्ध संस्कृति एवं गौरवशाली ऐतिहासिक स्थलों तथा प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. छत्तीसगढ़ का राजधानी नवा रायपुर है,जो राज्य का सबसे बड़ा शहर व औद्योगिक एवं प्रशासनिक केंद्र है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 5 संभाग व 33 जिले हैं और छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री आदिवासी नेता श्री विष्णुदेव साय हैं. वहीं राज्य के सबसे बड़ा संवैधानिक पद राज्यपाल श्री रामेन डेका पदस्थ हैं। राज्य में लगभग 3 करोड़ की आबादी हैं एवं छत्तीसगढ़ धान के कटोरा के रूप में पूरे देशभर में जाना जाता है। यह राज्य संसाधन सम्पन्न है जो देश के 15% स्टील उत्पादन है, बिजली एवं इस्पात का एक प्रमुख स्त्रोत है.
ऐतिहासिक – छत्तीसगढ़ की इतिहास प्राचीनतम सभ्यता को संजोए हुए हैं, प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ में 36 गढ़ हुआ करते थे. जिसमें 18 – 18 गढ़ शामिल था, जहां एक ओर उन 18 गढ़ों की राजधानी रायपुर था जो वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी है और 18 गढ़ों की राजधानी रतनपुर था, जो आज छत्तीसगढ़ के प्रमुख दर्शनीय स्थल में शामिल हैं। जिसके नाम से छत्तीसगढ़ का नाम छत्तीसगढ़ पड़ा. प्राचीनतम समय में क्षेत्र दक्षिण कौशल दंडकारण्य के नाम से जाना जाता था. 639 ईस्वी में चीनी यात्री ह्वेनसांग के विवरण मिलते हैं, जहां उनकी यात्रा में लिखा गया दक्षिण कौशल की राजधानी सिरपुर थी। महायान शाखा बौद्ध धर्म के संस्थापक बोधिसत्व नागार्जुन का आश्रम सिरपुर में ही था, वहीं महाकवि कालिदास जी का जन्म भी छत्तीसगढ़ क्षेत्र में हुआ था ऐसा माना जाता है. तत्कालीन दक्षिण कौशल में मौर्य वंश, सातवाहन वंश,वकाटको वंश एवं कल्चुरियों सहित अन्य शासकों द्वारा शासन चलाया गया।
कला एवं संस्कृति – छत्तीसगढ़ के कला एवं संस्कृति अत्यंत व्यापक है,जो राज्य को देश में एक अलग पहचान दिलाता है. यहां की सांस्कृतिक धरोहर और आदिवासियों की नृत्य एवं गायन अत्यंत हर्षित एवं आनंदित करता है। मुख्य रूप से करमा, ददरिया,पंथी,डंडा,सुवा, फाग गीत, भोजली, पांडवानी,जसगीत, भरथरी लोकगाथा एवं राउत नाचा सहित बहुत सारे नृत्य व गायन किया जाता है। यहां छत्तीसगढ़ी, हिंदी,गोंडी,हल्बी इत्यादि भाषा प्रमुख रूप से बोली जाती है, वहीं बस्तर की दशहरा पर्व जो महीनों तक चलती यह भी अपने आप में एक अनूठा है. छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक राजकीय फिल्म इंडस्ट्री है,जिसे छालीवुड कहां जाता है. जो छत्तीसगढ़ में कला जगत को बढ़ावा दे रहा है। और राज्य सरकार द्वारा भी छत्तीसगढ़ की कला एवं संस्कृति को संजोएं रखने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
प्राकृतिक व भौगोलिक – छत्तीसगढ़ भारत के दक्षिण पूर्व मध्य भाग में स्थित है. यह उत्तर में उत्तर प्रदेश व उत्तर – पूर्व में झारखंड, पूर्व में उड़िसा, पश्चिम में मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र व दक्षिण में तेलंगाना राज्य से अपनी सीमा साझा करती है. छत्तीसगढ़ के राज्य की बनावट समुद्री घोड़े की आकार पर है। यह राज्य प्राकृतिक संसाधनों तथा सुंदरता से परिपूर्ण है. यहां महानदी, शिवनाथ नदी,इन्द्रावती नदी,अरपा नदी, पैरी नदी,सोंढ़ूर नदी, खारून नदी एवं हसदेव नदी छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी हैं। वहीं महानदी को तो छत्तीसगढ़ की गंगा भी कहा जाता है. यहां की अद्भुत प्राकृतिक बनावट सबके मन को आनंददायक बनाता है। छत्तीसगढ़ कोयला, बाक्साइड, लौह अयस्क, जैसे खनिज संसाधनों का उत्पादक अग्रणी राज्यों में से एक है. छत्तीसगढ़ में वर्तमान में लिथियम खनन के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जो कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में पाया गया है और वहां लगातार जियोलॉजिकल सर्वे चलता रहा है। जो छत्तीसगढ़ को संसाधन के मामले में और भी मजबूती प्रदान करेगा।
पर्यटन – छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले कई वर्षों में पर्यटन के दृष्टि से अभूतपूर्व बदलाव आया है, राज्य सरकार द्वारा भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपने स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं जैसे चित्रकोट जलप्रपात- जो राज्य के बस्तर जिले के जिला मुख्यालय जगदलपुर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसकी ऊंचाई 90 फीट है. अपनी अद्भुत प्राकृतिक बनावट के साथ छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन केंद्र भी है, यहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या सैलानी चित्रकोट की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने आते हैं। यह जलप्रपात इन्द्रावती नदी पर स्थित है. मैनपाट – छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं, जो अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए जाना जाता है, यहां मछली पाइंट, टाईगर पाइंट, उल्टा पानी जैसे प्रमुख स्थल हैं. और भी बहुत से पर्यटन केंद्र व दर्शनीय स्थल हैं जैसे छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला में बुका जल विहार रिसॉर्ट, वोटिंग क्लब सतरेंगा, गोण्डन आईलैंड केंदई, प्राचीन शिव मंदिर पाली एवं तुमान इत्यादि. वहीं राजनांदगांव के बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़, बलौदाबाजार-भाटापारा में गुरु घासीदास बाबा की तपोभूमि गिरौदपुरी धाम, बस्तर जिले में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, कबीरधाम का भोरमदेव मंदिर, बिलासपुर के महामाया मंदिर रतनपुर तथा तालागांव के देवरानी जेठानी मंदिर, धमतरी के गंगरेल बांध, हसदेव नदी पर बनी बांगो बांध, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में मनेंद्रगढ़ में स्थित गोंडवाना मैरिन फॉल्सिस पार्क इत्यादि छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल व मंदिर शामिल है।
अर्थव्यवस्था व कृषि – छत्तीसगढ़ अन्य विकासशील राज्यों के सूची शामिल है, यहां की सकल राज्य घरेलू उत्पाद 2023 -24 के अनुसार ₹5.09 लाख करोड़ रुपए होने की संभावना जताई गई है. जो भारत में 17 वॉं अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था लगातार प्रगति कर रही है. कृषि एवं औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि हो रही है। कृषि को छत्तीसगढ़ का प्रमुख आर्थिक विकास का जरिया माना जाता है, राज्य में एक सरकारी रिपोर्ट के संभावना के अनुसार शुद्ध बोया गया क्षेत्र 4.828 मिलियन हेक्टेयर तथा सकल बोया गया क्षेत्र 5.788 मिलियन हेक्टेयर में शामिल है। जहां राज्य कृषि के क्षेत्र में भी विकास कर रही है। जिससे छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा भी कहा जाता है और राज्य सरकार कृषि को बढ़ावा देने के लिए उच्च स्तर पर प्रयास कर रही है।
प्रशासनिक व राजनीतिक – छत्तीसगढ़ में बस्तर, सरगुजा, रायपुर, बिलासपुर एवं दुर्ग सहित 5 संभाग एवं 33 जिले शामिल हैं, राज्य की प्रशासनिक केंद्र राजधानी रायपुर में है. जहां से सरकार का संचालन होता है। वहीं छत्तीसगढ़ के चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन हैं जो राज्य की प्रशासनिक बागडोर संभाल रहे हैं. छत्तीसगढ़ में अबतक चार मुख्यमंत्री बने हैं। जिसमें कांग्रेस सरकार में अजीत प्रमोद कुमार जोगी, छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री बनाएं थे। फिर ढ़ाई साल बाद आम चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री बने. जिन्हें छत्तीसगढ़ के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने का रिकॉर्ड है। वहीं 2018 हुए विधानसभा चुनाव जिसमें कांग्रेस की सरकार बनी और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री चुने गए और 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा फिर से वापसी की और विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री बने,जो छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। और छत्तीसगढ़ सरकार के संचालन में अपना भूमिका अदा कर रहे हैं। फिलहाल उनकी सरकार सुशासन तिहार कार्यक्रम को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय किसी जिले के कोई गांव पहुंच कर आमजनों का समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई कर रहे और उसका तत्काल समाधान करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं।